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Toggle2012 में दूसरे अभ्यर्थी की जगह परीक्षा दे चुका है हिमाचल पुलिस भर्ती परीक्षा फर्जीवाड़े का मुख्य आरोपी
पुलिस भर्ती परीक्षा फर्जीवाड़े का मुख्य सरगना विक्रम चौधरी वर्ष 2012 में दूसरे अभ्यर्थी के स्थान पर परीक्षा दे चुका है। यह परीक्षा भी पुलिस विभाग से ही संबंधित थी। इस परीक्षा में आरोपी मैरिट लिस्ट में रहा था। पुलिस पूछताछ में आरोपी विक्रम चौधरी ने यह अहम बात कबूल की है। इतना ही नहीं, आरोपी ने प्रदेश में वर्ष 2012 के बाद की विभिन्न विभागों की भर्ती परीक्षाओं को लेकर भी अहम खुलासे किए हंै।
अभ्यर्थियों की लिस्ट तैयार कर रही पुलिस
आरोपी के बयान के आधार पर पुलिस द्वारा अब ऐसे अभ्यर्थियों की लिस्ट तैयार कर आगामी जांच प्रक्रिया को तेज किया जा रहा है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी विक्रम चौधरी ने कबूल किया है कि उसने हिमाचल में वर्ष 2012 में अपना नैटवर्क शुरू किया था। इस दौरान हुई पुलिस विभाग से संबंधित लिखित परीक्षा में वह स्वयं दूसरे अभ्यर्थी के स्थान पर परीक्षा देने के लिए बैठा था। इस परीक्षा को उसने अच्छे अंकों से पास करते हुए अभ्यर्थी का नाम मैरिट सूची में शामिल करवाया था।
केंद्रीय एजैंसियों की रिक्रूटमैंट से भी जुड़े हैं तार
इतना ही नहीं, आरोपी ने यह भी कबूल किया है कि उसके हरियाणा के साथियों के तार अन्य केंद्रीय एजैंसियों की रिक्रूटमैंट से भी जुड़े हैं। इनमें से एक साथी की जबलपुर में परीक्षा के दौरान गिरफ्तारी भी हुई थी। एसपी कांगड़ा विमुक्त रंजन ने बताया कि आरोपी से पूछताछ जारी है तथा शिनाख्त के आधार पर मामले की कार्रवाई को आगे बढ़ाया जा रहा है।
पिछले वर्ष सामने आया था मामला
बता दें कि पिछले वर्ष हिमाचल प्रदेश पुलिस भर्ती की लिखित परीक्षा फर्जीवाड़े के मुख्य सरगना विक्रम चौधरी के सरैंडर करने के बाद प्रदेश के विभिन्न विभागों में हलचल मच गई है। फर्जीवाड़े से परीक्षा पास कर नौकरी हथियाने वाले ऐसे कर्मचारियों की सांसें फूली हुई हैं। वहीं पुलिस पूछताछ में आरोपी द्वारा कई अहम खुलासे किए जा रहे हैं। आरोपी की शिनाख्त पर ही मंगलवार को पुलिस ने ज्वाली स्थित गऊशाला से 1 लाख 28 हजार रुपयों के साथ इलैक्ट्रॉनिक डिवाइस भी बरामद किया है।
Source:- Punjab Kesari