Himachal Pradesh Rain, Flora and Fauna
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Himachal Pradesh Rain, Flora and Fauna |
वर्षा –हिमाचल प्रदेश में प्रतिवर्ष 1600 मिमी. वर्षा होती है | हिमाचल प्रदेश में प्रतिवर्ष सबसे कम वर्षा स्पीती में केवल 50 मिमी. होती है | लाहौल-स्पीती प्रदेश का सबसे शुष्क जिला है | यहाँ प्रतिवर्ष 500 मिमी. वर्षा होती है | प्रदेश में सर्वाधिक वर्षा काँगड़ा के धर्मशाला में होती है | यहाँ प्रतिवर्ष औसतन 3400 मिमी. वर्षा दर्ज की गई है |
वनस्पति –हिमाचल प्रदेश में फूल देने वाले पौधों की 3 हजार प्रजातियाँ हैं | प्रदेश के वनों को 6 क्षेत्रों में बाँटा जाता है –
(1) आर्द्र ऊष्ण कटिबंधीय वन
(2) शुष्क कटिबंधीय बन
(3) पर्वतीय उपोष्ण कटिबंधीय वन
(4) पर्वतीय शीतोष्ण कटिबंधीय वन
(5) अल्पाइन वन
(6) उप-अल्पाइन वन
जीव-जन्तु -हिमाचल प्रदेश में 32 वन्यजीव विहार, 2 राष्ट्रीय उद्यान हैं, जो प्रदेश के क्षेत्रफल का 12.63% भाग घेरते हैं | प्रदेश में स्तनधारी जीवों की 60, पक्षियों की साढ़े चार सौ व जलचरों की 500 प्रजातियाँ पाई जाती हैं |
(क) स्तनधारी जीव – हिमालयन ब्लैक बियर, कस्तूरी मृग, स्नोलैपर्ड, सांभर, घोरल, सेरो इत्यादि |
(ख) पक्षी – मोनाल फिजैंट, स्नोकॉक, कोक्लस, हार्न बिल इत्यादि |
(ग) रेंगने वाले जीव -पायथन, लिजर्ड आदि |
(घ) लुप्त होने वाले जीव – माउंटेन क्वेल, मोनाल फिजैंट, स्नोलैपर्ड, हिमालयन ब्राउन बियर |
कस्तूरी मृग को गांगुल वन्यजीव विहार में सुरक्षित रखा गया है | कुफरी में इसका प्रजनन केंद्र है |
हिमाचल प्रदेश का राज्य पक्षी – जाजुराना |
हिमाचल प्रदेश का राज्य पशु – बर्फीला तेंदुआ |
जिला सिरमौर के सुकेती में भारत का प्रथम जीवाश्म उपवन है |
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हिमाचल प्रदेश के दो राष्ट्रीय उपवन निम्नलिखित हैं :-
1. ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क – कुल्लू, 754 वर्ग किमी. (वर्ष 2014 में इसे UNESCO World Heritage सूची में शामिल किया गया है |)
2. पिन घाटी नेशनल पार्क – लाहौल-स्पीती, 675 वर्ग किमी.
वन एवं वन्यजीव अभयारण्य – हिमाचल प्रदेश के कुल क्षेत्रफल का 66.52% अर्थात 37033 वर्ग किमी. क्षेत्र वन क्षेत्र है | इसमें से 14,668 वर्ग किमी. क्षेत्र पर वन हैं जो कुल क्षेत्रफल (55,673 वर्ग किमी.) 26.35% है अर्थात् हम कह सकते हैं कि हिमाचल प्रदेश के 26.35% क्षेत्र में वास्तविक रूप से वन है | वन क्षेत्र (37033 वर्ग किमी.) के 14,668 वर्ग किमी. क्षेत्र में वन हैं जो कि वन क्षेत्र का 39.60% है |
(1) सर्वाधिक वन क्षेत्र है – लाहौल-स्पीती में (10,133 वर्ग किमी.)
(2) सबसे कम वन क्षेत्र है – हमीरपुर में (219 वर्ग किमी.)
(3) सबसे अधिक वनाच्छादित क्षेत्रफल है – चम्बा में(2,436 वर्ग किमी.)
(4) सबसे कम वनाच्छादित क्षेत्रफल है – लाहौल-स्पीती में(193 वर्ग किमी.)
(5) सर्वाधिक वन है (कुल क्षेत्रफल का) – सिरमौर (48.96%)
(6) कम वन है (कुल क्षेत्रफल का) – लाहौल-स्पीती (1.39%)
हिमाचल प्रदेश के वनों में विभिन्न प्रकार के वनों का प्रतिशत है :
1. चीड़/चील – 25.36%
2. फर/स्प्रूस – 23.72%
3. देवदार – 14.32%
4. कैल – 14.29%
5. बान ओक – 9.53%
6. साल – 3.20%
हिमाचल प्रदेश में चीड़ के वनों की सर्वाधिक मात्रा पाई जाती है | चीड़ के वन 1436 वर्ग किमी. क्षेत्र में पाए जाते हैं जबकि देवदार 811 वर्ग किमी. क्षेत्र में पाए जाते हैं |
चीड़ के वृक्ष से बिरोजा प्राप्त होता है जो तारपीन का तेल, प्लास्टिक की चीजें बनाने के काम आता है | बिलासपुर व् नाहन में बिरोजा की फैक्ट्रियां है |
राज्य-वृक्ष – देवदार
राज्य-पक्षी – जाजुराना
राज्य-पशु – बर्फीला तेंदुआ
प्राकृतिक पार्क – हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक पार्क तीन हैं जो निम्नलिखित है :-
(i) कुफरी, शिमला
(ii) मनाली शरणस्थली
(iii) गोपालपुर, अभयारण्य काँगड़ा
चिड़ियाघर -टुटीकंडी,शिमला |