Economy Of Mandi District
||Economy Of Mandi District||Mandi District Economy||
Economy Of Mandi District |
1962 ई.में जर्मनी के सहयोग से मण्डी में इण्डो-जर्मन चंगर परियोजना शुरू की गई | HPMCने जरोल में सेब प्रसंस्करण इकाई की स्थापना की | मण्डी के कमाण्ड और करसोग में जर्सी गायों के प्रजनन के दो केंद्र स्थापित किए गए हैं | मण्डी के नगवाई में भेड़ प्रजनन केंद्र स्थित है |चौंतड़ा में पोल्ट्री फार्म स्थापित किया गया है | बंगरोटू में मुर्गी के चारे बनाने की इकाई स्थापित की स्थापित की गई है | मण्डी के गम्मा और द्रंग में चट्टानी नमक की खानें हैं | हिमाचल प्रदेश में मण्डी की पहली जलविद्युत परियोजना जोगिन्द्रनगर में 1926 ई. में स्थापित हुई जिसका प्रथम चरण 1933 ई. में तैयार हुआ | इसे इंजीनियर कर्नल बी. सी. बैटी ने शुरू करवाया | इसे शानन परियोजना के नाम से जाना जाता है | लार्ड विलिंग्डन ने 1933 ई. में इसका उद्घाटन किया | मण्डी से नेशन हाईवे 20 और 21 गुजरता है | पठानकोट-जोगिन्द्रनगर रेलवे लाइन 1926 ई. में बनकर तैयार हुई |
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