Indian History MCQ In Hindi (Set-1)

Indian History MCQ In Hindi (Set-1)

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Indian History MCQ In Hindi (Set-1)

Indian History MCQ In Hindi (Set-1):- यदि आप किसी हिमाचल प्रदेश सरकारी नौकरी के पेपर की तैयारी कर रहे हैं तो यह पोस्ट आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इस पोस्ट में इतिहास एमसीक्यू प्रश्न उत्तर शामिल हैं। यह भाग -1 है। अन्य भागों को देखने के लिए प्रतिदिन हमारी वेबसाइट देखें। ये एचपी इतिहास प्रश्न उत्तर हिमाचल प्रदेश के सभी सरकारी पेपर जैसे पुलिस, पटवारी फॉरेस्ट गार्ड, कंडक्टर और अन्य सभी पेपर के लिए उपयोगी हैं।

Indian History MCQ In Hindi (Set-1)

1. निम्नलिखित युग्मों में से कौन-से सही सुमेलित हैं ?
1.लोथल : प्राचीन गोदी क्षेत्र
2 सारनाथ: बुद्ध का प्रथम धर्मोपदेश
3. राजगीर:अशोक का सिंह स्तम्भ शीर्ष
4. नालन्दा : बौद्ध अधिगम का महान् पीठ
नीचे दिये गये कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए-
कूट :
(a) 1, 2, 3 और 4
(b) 3 और 4
(c) 1, 2 और 4
(d) 1 और 2
Explanation:निम्नलिखित का सही सुमेलन इस प्रकार है
प्राचीन गोदी क्षेत्र ->लोथल
बुद्ध का प्रथम धर्मोपदेश->सारनाथ
अशोक का सिंह स्तम्भ शीर्ष->सारनाथ
बोद्ध अधिगम का महान पीठ -> नालन्दा

2. निम्नलिखित पशुओं में से किस एक का हड़प्पा संस्कृति में मिली मुहरों और टेराकोटा कलाकृतियों में निरूपण (Representation) नहीं हुआ था?
(a) गाय
(b) हाथी
(c) गैंडा
(d) बाघ
Explanation:मृहरों पर गाय, ऊँट, घोड़ा व शेर को प्रदर्शित नहीं किया गया था। एकश्ृ्गी बैल अधिकांशत: मुहरों पर दशशाया गया।

3. सूची I (प्राचीन स्थल) को सूची II (पुरात्वीय खोज) के साथ सुमेलित कीजिए और नीचे दिए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए-
सूची-1                        सूची-2
(प्राचीन स्थल )          (पुरात्वीय खोज )
A. लोथल              1 जुता हुआ खेत
B. कालीबंगन         2. गोदीबाड़ा
C. धौलावीरा            3 पक्की मिट्टी की बनी हुई हल की प्रतिकृति
D. बनवाली            4.हड़प्पन लिपि के बड़े आकार के दस चिहनों वाला एक शिलालेख
(a) A- 1; B-2: C-3; D -4
(b) A-2; B- 1;C-4; D -3
(c) A-1; B-2; C-4; D – 3
(d) A-2; B – 1; C-3; D –4
Explanation: विभिन्न हड़प्पाकालीन स्थल एवं उनसे जुड़े पुरातात्िचक खोज का सही सुमेलन इस प्रकार है-
स्थल                खोज
A. लोथल       गोदीबाडा
B. कालीबंगा – जोता हुआ खेत
C, धौलावीरा- हड़प्पन लिपि के बड़े आकार के दस चिहुनों वाला शिलालेख
D, बनवाली -पकी मिट्टी की बनी हुई हल की प्रतिकृति

4. सिंधु घाटी सभ्यता के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
1. यह प्रमुखत: लौकिक सभ्यता थी तथा उसमें धार्मिक तत्व, यद्यपि उपस्थत था, वर्चस्वशाली नहीं था।
2. उस काल में भारत में कपास से वस्त्र बनाए जाते थे। उपर्युक्त में से कौन-सा/कौन-से कथन सही है हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1 और न ही 2
Explanation: सिन्धु घाटी सभ्यता एक नगरीय एवं लौकिक सभ्यता थी यद्यपि उसमें धार्मिक तत्व विद्यमान था किन्तु वर्चस्वशाली नहीं था। इस काल में न सिर्फ आन्तरिक बल्कि वाह्य व्यापार भी उन्नत दशा में था। इस काल में सूती वस्त्र बनाए जाते थे जिसके प्रमाण हमें मोहनजोदडो से मिलते हैं। मेहरगढ़ से कपास की खेती करने का साक्षय भी मिला है।

5. निम्नलिखित में से कौन-सा/ से लक्षण सिन्धु सभ्यता के लोगों का सही चित्रण करता है/करते हैं?
1 उनके विशाल महल और मन्दिर होते थे।
2.वे देवियों और देवताओं, दोनों की पूजा करते थे।
3. ये युद्ध में घोड़ों द्वारा खींचे गए रथों का प्रयोग करते थे।
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही कथन/कथनों को चुनिए।
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 2
(c) 1, 2 और 3
(d) उपर्युक्त कथनों में से कोई भी सही नहीं है
Explanation:सिंधु सभ्यता के लोगों के विशाल महल और मन्दिर नहीं होते थे, बल्कि उनकी सभ्यता ईटों के बने शहरी-घरों के कारण उल्लेखनीय थी। सिंधु सभ्यता के दौरान लोगों के घर बहुमेंजिला होते थे। शहर के अपवाह तंत्र काफी उन्नत प्रकार के होते थे। सिंधु सभ्यता के लोग शांति प्रिय थे।वे कभी किसी युद्ध में शामिल नहीं हुए थे। ऐसा माना जाता है कि भूकम्प जैसी किसी प्राकृतिक आपदा में इस संस्कृति और सभ्यता का विनाश हुआ। कुछ इतिहासकारों का यह मानना है कि आर्यों के आक्रमण और समुद्री सतह में परिवर्तन की वजह से इनका खात्मा हुआ था। बहरहाल, युद्ध में घोड़े के उपयोग की कोई सत्यता प्रमाणित नहीं हुई है। इसके अतिरिक्त सिंधु सभ्यता की मोहरों में छपा हुआ स्वस्तिक चिन्ह व जानवरों की अनुकृति उनके धर्मिक आस्था के बारे में बतलाता है। वहाँ पायी गई मूर्तियों से भूत्वविदों को पता चला है कि उस समय लोग माँ रूपी देवी की तथा पितृरूप देवता की भी पूज़ा करते थे, जो शायद समग्र जाति के पिता स्वरूप थे।

6. विशाल स्नानागार (ग्रेट बाथ) कहाँ मिला था?
(a) लोथल
(b) चन्हूदड़ो
(c) हड़प्पा
(d) मोहनजोदड़ो
Explanation: 11.88 मी. लंबा, 701 मी. चौड़ा तथा 2.43 मी. गहरा विशाल स्नानागार मोहनजोदड़ो में मिला है। यह विशाल स्नानागार धर्मानुष्ठान संबंधी स्नान के लिए था।मार्शल ने इसे तत्कालीन विश्व का एक आश्चर्यजनक निर्माण कहा है।

7. सिन्धु घाटी सभ्यता की लिपि कौन -सी है?
(a) ब्राह्मी
(b) तमिल
(c) खरोष्ठी
(d) अज्ञत
Explanation: सिन्धु घाटी सभ्यता की लिपि का वाचन अभी नहीं हो सका है। उनकी लिपी 400 से अधिक अक्षर या चित्र पर आधारित चित्राक्षर प्रकार की है। ब्राह्मी तथा खरोष्टी लिपि को सर्वप्रथम 1837 ई. में जेम्स प्रिसप ने पढ़ा था। तमिल लिपि का उद्भव ब्राह्मी लिपि से हुआ माना जाता है।

8. सिन्धु घाटी की सभ्यता के लोग किस देवता की पूजा करते थे?
(a) विष्णु
(b) ब्रह्मा
(c) इन्द्र
(d)पशुपति 
Explanation: सिंधु घाटी के लोग पशु्पति शिव की पूजा भी करते थे। इसका प्रमाण हमें मोहनजोदडो से प्राप्त एक मोहर, जिसपर योगी की आकृति बनी है, से प्राप्त होता है। इसके अतिरिक्त विभिन्न स्थानों से प्राप्त प्रस्तर लिंग की आकृतियों से भी हमें शिव पूजा का प्रमाण मिलता है। इसके अतिरिक्त सिन्धु सभ्यता के लोग मातृदेवी की मूर्तियों की भी पूजा करते थे। 

9.सिन्धू घाटी सभ्यता के शहरों की गलियाँ थीं

(a) चौड़ी और सीधी
(b) तंग और मैली
(c) फिसलन वाली
(d) तंग और टेढ़ी
Explanation: सिन्धु घाटी सभ्यता के शहरों में गालियां एक दूसरे को समकोण पर काटती (ऑक्सफोर्ड प्रणाली) थीं। ये सड़के प्राय: चौड़ी हुआ करती थीं तथा इनके दोनों किनारों पर पक्की नालियां बनाई जाती थीं , जिन्हें बड़ी ईटों अथवा पत्थर के टुकड़ों से ढंका जाता था।

10. मोहनजोदड़ो में सबसे बड़ा भवन कौन-सा है?
(a) विशाल स्नानागार
(b)धान्यागार
(c) सस्तम्भ हॉल
(d) दो मंजिला मकान
Explanation: सिन्धु घाटी सभ्यता के प्रमुख स्थल मोहनजोदड़ो से प्राप्त दो प्रमुख स्थापत्यों में विशालतम धान्यागार था, जिसकी लम्बाई 150 फीट तथा चौड़ाई 50 फीट थी। दुसरा विशाल स्थापत्य विशाल स्नानागार था जिसकी लम्बाई 39 फीट, चौड़ाई 23 फीट तथा ऊँचाई 8 फीट थी।

11. देवी माता की पूजा सम्बन्धित थी
(a) आर्य सभ्यता के साथ
(b) भूमध्यसागरीय सभ्यता के साथ
(c) सिन्धु घाटी सभ्यता के साथ
(d) उत्तर वैदिक सभ्यता के साथ
Explanation:सिन्धु सभ्यता में ऐसे प्रचुर साक्ष्य मिलते हैं, जिनके आधार पर यह कहा जा सकता है कि माता की उपासना वहां व्यापक रूप से प्रचलित थी।  विभिन्न मृण्मूर्तियों, मुद्राओं आदि पर अंकित आकृतियों आदि से जो चित्र उभरता है, उससे नारी (शक्ति) उपासना के प्रचलन के साक्ष्य मिलते हैं।
 
 12. सिन्धु घाटी सभ्यता का पतन नगर (बन्दरगाह) कौन-सा है?
(a) कालीबंगन
(b) लोथल
(c) रोपड़
(d) मोहनजोदड़ो
Explanation:सिन्धु सभ्यता का नगर लोथल गुजरात के अहमदाबाद जिले में भोगवा नदी के किनारे स्थित है। यह इस सभ्यता का एकमात्र ऐसा स्थल है, जहां से पत्तन या बंदरगाह के साक्ष्य मिले हैं।

13. सिंधु घाटी सभ्यता को आयों से पूर्व की रखे जाने का महत्त्वपूर्ण कारक है-
(a) लिपि
(b)नगर नियोजन 
(c) तांबा
(d)मृद्भांड
Explanation:लाल मृद्भांड पर चित्रित कृष्ण वर्ण आकृतियां सिंधु घाटी सभ्यता तथा धूसर एवं चित्रित धूसर मृद्भांड आय्यं से संबंधित माने गए हैं। सिंधु घाटी सभ्यता का जनजीवन आयों के जनजीवन से अधिक विकसित था। मृदभांडो की संरचना ही सिंधु घाटी सभ्यता तथा आयों के काल का विभेद करती है।

14. मूर्ति पूजा का आरंभ कब से माना जाता है?
(a) पूर्व आर्य (Pre Aryan)
 (b) उत्तर वैदिक काल
(c) मौर्य काल
(d) कुषाण काल
Explanation:मोहनजोदडो से प्राप्त एक मुहर पर अकित देवता की आकृति तथा अनेक सँध्व पुरास्थलों से प्राप्त मात देवी की मूर्तियां यह प्रमाणित करती हैं कि मूर्ति पूजा का आरंभ पूर्व आर्य काल में हो चुका था।

15. चन्हृदड़ो के उत्खनन का निर्देशन किया था-
(a) जे.एच.मैके ने
(b) सर जॉन मार्शल ने
(c) आई. ई. एम व्हीलर ने
(d) सर ऑरेल स्टेन ने
Explanation: जे. एच. मैके ने चन्हृदड़ो के उत्खनन का निर्देशन किया था। यह स्थान मोहनजोदड़ो से लगभग 130 किमी. दक्षिण- पूर्व में स्थित है। इसकी खोज सन् 1935 में एन. जी. मजूमदार ने की थी। मैके ने उत्खनन के द्वारा यह पता लगाया कि यहां मनका बनाने का कारखाना तथा भट्ठी थी

16. रंगपुर जहां हड़प्पा की समकालीन सभ्यता थी. है-
(a) पंजाब में
(b) पूर्वी उत्तर प्रदेश में
(c) सौराष्ट्र में
(d) राजस्थान में
Explanation:रंगपुर में प्राकृ हड़प्पा, हड़प्पा तथा उत्तर- हड़प्पाकालीन सभ्यता के साक्ष्य मिले हैं। यह गुजरात के सौराष्ट् क्षेत्र में स्थित है। प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर यह प्रमाणित किया गया है कि यहां के निवासी कृषक चावल, बाजरा तथा ज्वार की कृषि से संबंधित थे।

17. दर्धरी एक परवर्ती हड़प्पीय पुरास्थल है-
(a) जम्मू का
(b) पंजाब का
(c) हरियाणा का
(d) उत्तर प्रदेश का
Explanation: दधरी लूधियाना जिले (पंजाब) में गोविंदगढ़ के पास स्थित है। यह एक परवर्ती पुरास्थल है। यह स्थान आर्य- आगमन काल से भी संबंधित है क्योंकि यहां चित्रित धूसर मृदभांड पाए गए हैं जो आर्य संस्कृति की विशेषता है।

18. हड़प्पा सभ्यता स्थल-लोथल, स्थित है-
(a) गुजरात में
(b) पंजाब 
(c) राजस्थान में
(d) सिंध में
Explanation: हड़प्पा सभ्यता स्थल, लोथल गुजरात के अहमदाबाद जिले में स्थित है। इस स्थल की खुदाई सन् 1957-58 में रंगनाथ राव के नेतृत्व में हुई थी।
 
19. निम्नलिखित में से कौन- सा सिंधु घाटी की सभ्यता से संबंधित स्थल नहीं है?
(a) कालीबंगन
(b) रोपड़
(c) पाटलिपुत्र
(d) लोथल
Explanation:पाटलिपुत्र का संबंध सिंधु घाटी सभ्यता से नहीं है जबकि कालीबंगन, रोपड़ तथा लोथल का संबंध सिंधु घाटी सभ्यता से है।

20. सिंधु घाटी के लोग पूज़ा करते थे-
(a) पशुपति की
(b) इंद्र और वरूण की
(c) ब्रह्मा की
(d) विष्णु की
Explanation: मोहनजोदड़ो से प्रप्त एक मोहर पर एक योगी की आकृति बनी हुई है। इस मानवाकृति के सिर पर एक त्रिश्ल जैसा आभूषण है। इस आकृति का संबंध रूद्र शिव से माना गया है। इससे यह प्रमाणित होता है कि सिंधू घाटी के लोग पशुपति शिव की पूजा करते थे।
 

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