Most Important HP History Question Answer
||Most Important HP History Question Answer ||Most Important Himachal Pradesh History Question Answer ||
- प्राचीन काल में कीरग्राम किस स्थान को कहा जाता था? –बैजनाथ।
- ‘सोनितपुर’ का नया नाम क्या है? –सराहन।
- हिन्डूर राज्य किसका प्राचीन नाम है? –नालागढ़।
- कुल्लू रियासत का प्राचीन नाम क्या था? –कुल्लूत।
- धमेरी प्राचीन नाम था। –नूरपुर का।
- 1527 ई. में मण्डी शहर की स्थापना किसने की थी? –अजबर सेन।
- 16वीं शताब्दी में किसने मण्डी नगर की स्थापना की थी? –अजबर सेन।
- हिन्दूर (नालागढ़) रियासत की स्थापना 1000 ई. में किसने की? –अजयचंद।
- सुकेत रियासत की स्थापना किसने की? –वीरसेन (1288 ई. में)
- मण्डी रियासत की स्थापना किसने की? –बाणसेन।
- कटोच राजपूत वंश की स्थापना हिमाचल प्रदेश में किसने की? –सुशर्मा चन्द।
- बिलासपुर रियासत के संस्थापक कौन थे? –वीरचंद चंदेल।
- किस तोमर राजपूत ने 1000 ई. के नूरपुर (भूतपूर्व धामिन रियासत) की स्थापना की? –झेठपाल।
- 1170 ई. में जस्वान रियासत की स्थापना किसने की? –पूर्वचन्द चंदेल।
- किस शक्तिशाली राजा ने सर्वप्रथम 680 ई. में चम्बा रियासत की स्थापना की थी? –मारु वर्मन।
- गुलेर रियासत के संस्थापक कौन थे? –हरिचन्द।
- सिरमौर रियासत प्रजा मण्डल की स्थापना कब हुई? –1934 ई.।
- जुलाई 1939 को किस प्रजा मण्डल के नेता ने धामी की ओर कूच का नेतृत्व किया जिसमें अंततः गोली चली जिससे दो लोग मारे गए?-धामी (भागमल सौहटा)
- मार्च 8 से 10, 1946 को मण्डी रियासत के मण्डी शहर में जो प्रजा मण्डल सम्मेलन हुआ उसकी अध्यक्षता किसने की थी?-स्वामी पूर्णानंद।
- मुल्तान जेल से रिहा होने के बाद किस राष्ट्रवादी नेता ने 1938 में सिरमौर जिले की पच्छाद तहसील में प्रजा मण्डल कमेटी का गठन किया?-चौधरी शेरजंग।
- बुशैहर रियासत में मार्च, 1947 के प्रजा मण्डल सत्याग्रह का नेतृत्व किसने किया था? –सत्यदेव बुशैहरी।
- निम्नलिखित में से कौन (पं. पदमदेव/ज्ञानचंद टूटू/भास्कर नंद शर्मा/वीरभद्र सिंह) प्रजा मण्डल का नेता नहीं हैं?
- –वीरभद्र सिंह।
- अखिल भारतीय रियासती जनता के किस अधिवेशन से प्रेरित होकर शिमला में पहाड़ी राज्य हिमालय रियासती प्रजा मण्डल की स्थापना की गई? –लुधियाना अधिवेशन।
- किस वामपंथी हिन्दी उपन्यासकार ने अपने प्रारंभिक दिनों में हिमाचल प्रदेश में क्रांतिकारियों के साथ कार्य किया था?-यशपाल।
- 1914-15 के बीच किसने मण्डी में गदर पार्टी की पहली शाखा की स्थापना की थी? –मियां जवाहर सिंह एवं खैरगढ़ी की रानी ने।
- हिमाचल प्रदेश के किस नेता को राजभक्त न होने के संदेह में सिरमौर राज्य से निष्कासित कर दिया गया था?-वाई.एस, परमार।
- 1946 में पहाड़ी रियासतों के राज्य के निर्माण को सबसे पहले माँग किसने की? –ठा. हजारा सिंह।
- राष्ट्रीय आंदोलन का समर्थन करने के कारण भाजी रियासत के किस राणा को अंग्रेजों ने अपदस्थ कर दिया था?-राणा रूद्रपाल।
- कांग्रेस समितियों का 1927 ई. का राजनैतिक सम्मेलन जिसने बाबा काशीराम जैसे नेताओं को प्रमुखता प्रदान की थी, किस स्थान पर हुआ था? – ताल(हमीरपुर)
- किस देशी रियासत ने 1947 में आजादी के बाद भारत में विलय के लिए प्रारंभ में मना किया था? –बिलासपुर।
- नूरपुर के किस सपूत ने नगाड़ा बजाकर अपने राज्य की स्वतंत्रता की 1848 में घोषणा की जिसे गिरफ्तार कर सिंगापुर भेज दिया गया था?-वजीर राम सिंह पठानिया।
- ‘पझौता सम्मेलन’ कब हुआ था? –11 जून, 1942 ई. को सिरमौर के पझौता में।
- शिमला के नेता भागमल सौंठा की अध्यक्षता में धामी रियासत स्वयं सेवकों की बैठक कब हुई? –13 जुलाई, 1939
- वर्ष 1914-15 के मण्डी षड्यत्र से (शोभा राम/मियां जवाहर सिंह हरदेव/मधरा दास) कौन-संबंधित नहीं है? :-शोभा राम।
- ‘स्वाधीन कहलूर दल’ का उद्देश्य क्या था? – स्वतंत्रता आंदोलन को दबा अपने स्वतंत्र अस्तित्व को बनाए रखने के लिए बनाया गया राजा
- मियां चू-चू कौन थे? –सिरमौर के स्वतंत्रता सेनानी (आदोलनकारी)
- 1939 को धामी गोली काण्ड हुआ। –हलोग कैनेडी चौक पर।
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस शिमला शाखा बनी –1920 में।
- 1947 में रामपुर का हिमाचल प्रदेश व भारत में विलय का आंदोलन चलाया। –अन्नूलाल ने।
- 25 से 28 फरवरी को ‘हिमाचल प्रदेश’ का नामकरण वाली रियासतों के सम्मेलन के अध्यक्ष राजा दुर्गा सिंह किस रियासत के थे?-बघाट (सोलन)
- धामी गोली काण्ड (16 जुलाई, 1939) में कितने लोग शहीद हुए। -दो लोग।
- पहाड़ी नेताओं का राजनैतिक गुरु किसे माना जाता है? –चौधरी शेर जंग।
- महात्मा गाँधी के निर्देश पर नेहरू ने धामी गोलीकांड जाँच के लिए किस अधिकारी को नियुक्त किया? –दुनीचन्द।
- 1883-84 ई. में राजा अमरचंद के समय बिलासपुर की जनता ने राजा के विरुद्ध शरीर के चारों ओर घास बांधकर आग से जलने के अद्भुत आंदोलन का नाम –झुग्गा आदोलन।
- नागचला डकैती के झूठे मामले में फांसी पर लटकाए वीर जवान थे। –सुरजन सिंह, निधान सिंह, चग्घा गठीरनी।
- जून, 1914 में लाला हरदयाल ने किस संस्था की स्थापना की। – गदर पार्टी।
- हरदेव के किस साथी को लाहौर षड्यंत्र में फाँसी की सजा दी गई? –भाई हिरदयाराम।
- स्वामी कृष्णानंद कौन था? –मण्डी का क्रांतिकारी (हरदेव), पहाड़ी गाँधी बाबा कांशीराम का साथी, गदर पार्टी का सदस्य।
- 1916 में सर्वप्रथम किसने अलग पहाड़ी राज्य की स्थापना की माँग की? –ठाकुर हजारा सिंह।
- अगस्त सितम्बर 1946 की हिमालयन हिल स्टेट्स रीजनल कौंसिल की कॉन्फ्रेंस में किसे इसका अध्यक्ष चुना गया?-देशी रियासतों द्वारा संघ बनाए जाने की योजना से।
- 1927 ई. में स्थापित भारतीय राज्य कमेटी का चेयरमैन कौन था? –सर हरकोर्ट बटलर।
- हि.प्र. के एक राज्य के रूप में गठन में मुख्य भूमिका निभाने वाली वाई.एस. परमार के नेतृत्व वाली हिमालयन हिल स्टेट्स रीजनल काउन्सिल का गठन किस वर्ष हुआ था? – 1946 ई.।
- हिमाचल प्रदेश का धामी गोली कांड करवाया। –दलीप सिंह राणा (शासक) ने।
- धामी गोली काण्ड कब हुआ? –16 जुलाई, 1939 को।
- हिमालयन पहाड़ी राज्य प्रान्तीय परिषद का मुख्यालय स्थित था। –शिमला में।
- हिमालयन पहाड़ी राज्य प्रान्तीय परिषद ने 1948 में “अल्पकालीन सरकार” की व्यवस्था की जिसके प्रथम अध्यक्ष थे। –शिवानंद रमौल।
- हिमाचल प्रदेश की किस देसी रियासत में लोगों ने अपने शासक द्वारा द्वितीय विश्व युद्ध में अंग्रेजों की मदद करने के निर्णय के विरुद्ध पझौता आंदोलन छेड़ा था? –सिरमौर रियासत।
- द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हिमाचल प्रदेश की किस देशी रियासत में किसान सभा का अंग्रेजी सरकार के युद्ध प्रयास का विरोध करने के कारण पुलिस द्वारा निर्दयतापूर्ण दमन किया गया? –सिरमौर रियासत।
- 1939-45 के बीच किस राज्य के लोगों ने अंग्रेजों के युद्ध प्रयास का विरोध करते हुए एक स्वतंत्र सरकार की स्थापना (जनता को सरकार) को थी? -सिरमौर राज्य (पझौता)
- 1914-15 के बीच मण्डी के मियां जवाहर सिंह को रियासत के शासक ने कारावास की सजा क्यों दी? -मण्डी में गदर पार्टी की स्थापना के लिए।
- जतोग की नसीरी सैनिक टुकड़ी के सूबेदार भीम सिंह थे। –1857 विद्रोह के नेता।
- 1857 की क्रांति को शिमला में किसने दबाया? -विलियम हे डिप्टी कमिश्नर।
- 1857 में देशद्रोहितापूर्ण पत्र व्यवहार करने के कारण किसे अम्बाला में फाँसी की सजा दी गई थी? –राम प्रसाद बैरागी।
- 1857 की क्रांति के समय शिमला पहाड़ी क्षेत्रों का कमांडर इन चीफ कौन था? -जनरल एनसन।
- प्रताप सिंह और वीर सिंह को कुल्लू क्षेत्र में विद्रोह को बढ़ावा देने के जुर्म में कहाँ फाँसी की सजा दी गई? –धर्मशाला।
- क्योंथल के शासक को “राणा” से “राजा” का खिताब कब प्रदान किया गया?-1857 ई. में।
- हि.प्र. में 1857 के विद्रोह के समय किन छावनियों ने सुरक्षा प्रदान की थी? –डगशाई, सबाथू और कसौली छावनी।
- 1857 ई. की क्रांति के समय कहलूर का राजा कौन था? -हीराचंद।
- हिमाचल प्रदेश में 1857 ई. की क्रांति कहाँ से शुरू हुई? –कसौली सैनिक छावनी।
- कुल्लू के किस देशभक्त नेता ने 1857 में अंग्रेजों के विरुद्ध विद्रोह किया जिसके बाद उसे उसके सलाहकार वीर सिंह सहित फाँसी दी गई?-प्रताप सिंह।
- ‘बेगार’ क्या है? –लोगों से बिना मजदूरी के काम करवाना।
- ‘बेठ’ क्या है? –भूमि के बदले सेवा।
- शिमला में बेगार प्रथा के विरुद्ध सबसे पहले किसने आवाज उठाई? –सैमुअल इवान्स स्टोक्स।
- हिमाचल प्रदेश की किस रियासत में 1939 में प्रजामंडल ने बेगार प्रथा को समाप्त करने की माँग की?-धामी रियासत।
- सन् 1939 में प्रजामंडल ने बेगार प्रथा समाप्त करने का प्रस्ताव किस देशी राज्य ने पास किया, जिसके परिणामस्वरूप उत्तेजित भीड़ पर पुलिस द्वारा गोली चलाई गई? –धामी रियासत।
- कालका के निकट वह कौन-सा पर्वतीय स्थल था जहाँ पर 19वीं शताब्दी के प्रारंभ में अंग्रेज राजनैतिक प्रतिनिधि ने रहना प्रारंभ किया था? –सबाथू।
- काँगड़ा, कुल्लू और लाहुल-स्पीति क्षेत्रों को कब अंग्रेज शासकों ने एक जिले के रूप में संगठित किया?-1846 ई. में (16 मार्च)
- किस संधि द्वारा ब्रिटिश सरकार ने लाहुल को ‘ब्रिटिश लाहुल’ और ‘चम्बा लाहुल’ में बांट दिया था?-अमृतसर संधि (16 मार्च, 1846)
- गोरखों एवं ब्रिटिश के बीच संगोली की संधि किस वर्ष हुई? –1815 ई. में।
- सन् 1846 में लाहौर की संधि के पश्चात् किस ब्रिटिश गवर्नर जनरल ने काँगड़ा व मण्डी समेत अनेक हिमाचली पर्वतीय रियासतों पर अधिकार कर लिया था? –लार्ड डलहौजी।
- जब अंग्रेजों ने सन् 1814 ई. में हिमाचल प्रदेश पर आक्रमण किया तो हिमाचली शासकों ने किसके विरुद्ध युद्ध किया?-गोरखों के विरुद्ध (अमर सिंह थापा)
- 1846 में की गई लाहौर संधि के बाद हिमाचल प्रदेश की रियासतों के शासकों की सिक्खों के विरुद्ध उनका समर्थन करने के बदले में अंग्रेजों से क्या अपेक्षा थी?-स्वतंत्र अस्तित्व बनाए रखने, अच्छे सुलूक व अपने पुश्तैनी अधिकारों को मान्यता प्रदान करने की अपेक्षा थी।
- किस अंग्रेज सेनापति ने गुखौं (गोरखों) को हराकर उन्हें 1815 ई. में सुगौली की संधि करने पर विवश किया?-डेविड ओक्टरलोनी।
- गोरखों को भगाकर हिमाचल प्रदेश की पहाड़ी रियासतों पर अंग्रेजों की सत्ता स्थापित करने वाला पहला सेनापति। -डेविड ओक्टरलोनी।
- अंग्रेजों द्वारा 1846 ई. तक काँगड़ा, गुलेर, जसवान, दत्तारपुर, नूरपुर, सुकेत, मण्डी, कुल्लू और चम्बा पर कब्जा करने के समय भारत का गवर्नर जनरल कौन था? –लार्ड हार्डिंग।
- किस वर्ष महारानी विक्टोरिया ने स्वयं को भारत की साम्राज्ञी घोषित किया? –1876 में।
- 1805 ई. में गोरखा सेना का नेतृत्व किसने किया जिसने कांगड़ा पर आक्रमण किया था? -अमर सिंह थापा
- गोरखों और ब्रिटिश के बीच सुगौली की संधि पर किस वर्ष हस्ताक्षर हुए? –1815 ई.
- 1815 ई. की सुगौली की संधि का हिमाचल प्रदेश व उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों पर क्या राजनैतिक प्रभाव पड़ा?-गोरखों का इस क्षेत्र से प्रभाव खत्म व अंग्रेजों का प्रभाव शुरू।
- किस संधि द्वारा गोरखाओं ने 1815 ई. में पहाड़ी रियासतों पर अपना दावा छोड़ दिया? –सुगौली की संधि।
- गोरखों ने अमर सिंह थापा के नेतृत्व में सन् 1805 से सन् 1809 तक क्या किया?-महलमोरियो में संसारचंद को हराकर कांगड़ा किले में छिपने के लिए मजबूर किया।
- 31815 के मलौण और रामशहर युद्ध का परिणाम था। –गोरखा पराजय।
- गोरखों ने बुशहर रियासत के हिस्सों पर कब्जा किस अवधि के दौरान किया था? –1803-1815 ई.।
- चौपाल, जुब्बल और रांवीगढ़ क्षेत्रों में गोरखाओं के विरुद्ध अभियान का नेतृत्व किसने किया? —जेम्स वेली फ्रेजर।
- महाराजा रणजीत सिंह ने किस वर्ष संसारचंद से काँगड़ा किला प्राप्त किया? –1809 ई.
- सन् 1770 में राजा घमण्डचंद को अपने साम्राज्य का विस्तार करने से उसे हराकर किसने रोका था? -जस्सा सिंह रामगढ़िया
- राजा संसारचंद की हिमाचल प्रदेश में एक स्वतंत्र हिन्दू राज्य के गठन की महत्वाकांक्षा को किसने ध्वस्त किया?-महाराजा रणजीत सिंह।
- राजा संसारचंद और रामगढ़िया सरदार जयसिंह के बीच काँगड़ा के किले पर अधिकार को लेकर चल रहे विवाद में किसने मध्यस्थता की थी?-महाराजा रणजीत सिंह।
- 12 मिश्लों में विभाजित किस सिख ने हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्से (काँगड़ा) पर 1809 ई. में राज किया?-महाराजा रणजीत सिंह (देसा सिंह मजीठिया)
- जयसिंह कन्हैया ने किससे काँगड़ा किला खाली करवाया था? -जीवा खान।
- महाराजा रणजीत सिंह ने कुल्लू की यात्रा की। -1808 में।
- 9 मार्च, 1846 को सिक्खों ने अंग्रेजों को युद्ध क्षति के रूप में क्या दिया? –कुल्लू, काँगड़ा, लाहौल स्पीति।
- संसारचंद के पुत्र का नाम जिसका युद्ध रणजीत सिंह से हुआ था? -अनिरुद्ध।
- सतलुज नदी के दक्षिण के सभी पहाड़ी क्षेत्रों को सिखों ने ब्रिटिशरों को किस संधि के द्वारा सौंपा था?-लाहौर की संधि (1846 ई.)
- काँगड़ा किला और संधाता जिले को लाहौर (सिखों) को देने वाली ज्वालामुखी संधि महाराजा रणजीत सिंह और संसारचंद के बीच किस विक्रमी संवत को हुई थी? –विक्रमी 1866 ई. श्रावण 5 को (1809 ई.)।
- पाँवटा साहिब के गुरुद्वारे से कौन-सा सिख गुरु जुड़ा हुआ है? –गुरु गोविंद सिंह।
- गुरु गोविंद सिंह ने दशम ग्रंथ की रचना किस शहर में की थी? –पाँवटा साहिब (1685-1688 ई.)
- बुशहर रियासत के किस राजा को मुगल सम्राट औरंगजेब ने छत्रपति की पदवी से नवाजा था? – केहरी सिंह।
- हिमाचल प्रदेश की किस देशी रियासत ने कभी सम्राट अकबर का आधिपत्य स्वीकार नहीं किया, यद्यपि उसकी सेना ने उसके काफी बड़े भाग पर कब्जा कर लिया था? –काँगड़ा।
- किस मुगल सम्राट ने नगरकोट के किले के अंदर 1620 में मस्जिद का निर्माण किया? -जहाँगीर।
- पहला पर्वतीय सरदार जिसने औरंगजेब की मृत्यु और मुगल साम्राज्य के खण्डित होने के बाद अपने पैतृक अधिकार क्षेत्र काँगड़ा पर अपना आधिपत्य पुनः स्थापित किया था? -राजा घमण्डचंद।
- अपने आधिपत्य की स्वीकृति के सूचक के रूप में वार्षिक नजराना लेने के अलावा अकबर ने पहाड़ी रियासतों द्वारा आज्ञा पालन को सुनिश्चित करने के लिए क्या तरीका अपनाया था? -मुगल दरबार में बंधक (खासतौर पर पहाड़ी रियासतों के राजा के पुत्रों या रिश्तेदारों) को रखना।
- राजा घमण्डचंद ने अपने राज्य का विस्तार करना क्यों शुरू किया? –औरंगजेब की मृत्यु और मुगलों के पतन के कारण।
- घमण्डचंद की मृत्यु कब हुई? -1773 ई. में।
- हुसैन कुली खान जो अकबर का पंजाब का सूबेदार था ने किस कारण नगरकोट के किले से घेरा उठा लिया?-इब्राहिम हुसैन मिर्जा के विद्रोह के कारण।
- काँगड़ा के अच्छे खासे भाग पर बीरबल (मुगलों का) का कब्जा होने के बावजूद नगरकोट किले पर किसका कब्जा रहा? –राजा विधिचंद का।
- मुगल दरबार में कितने पहाड़ी राजकुमारों को ‘मियां’ का नाम दिया गया था? –221
- घमण्डचंद के समय काँगड़ा किले पर किसका अधिकार था? – नवाब सैफअली खान।
- जहाँगीर ने किस राजा की मदद से काँगड़ा किले को जीता? –जगत सिंह।
- 14वीं शताब्दी के अन्त काँगड़ा पर हमला करने वाला मुस्लिम आक्रमणकारी कौन था? –फिरोजशाह तुगलक।
- काँगड़ा का कौन-सा राजा 1360 ईसवीं के आसपास अभियान पर निकला और दिल्ली को लगभग जीत ही लिया? -रूपचंद।
- तैमूरलंग ने किस वर्ष काँगड़ा पर आक्रमण कर मंदिरों को तहस-नहस किया? -1398-99 ई.।
- वह मुसलमान कवि कौन थे जिन्होंने फिरोजशाह तुगलक के शासनकाल में ज्वालामुखी मंदिर में रखी हुई संस्कृत की पुस्तकों का फारसी में किया था? –आजजुद्दीन खालिद खानी।
- फिरोजशाह तुगलक हिमाचल प्रदेश के किस मंदिर से संस्कृत के 1300 ग्रंथ अनुवाद के लिए 1365 ई. में अपने साथ ले गया था? -ज्वालामुखी मंदिर।
- कौन-सा शासक काँगड़ा पर कब्जे के उपरांत ज्वालामुखी मंदिर में रखी हुई संस्कृत की पुस्तकों को फारसी में अनुवाद करने के लिए ले गया? –फिरोजशाह तुगलक।
- तैमूर ने किसके शासन काल में कांगड़ा पर आक्रमण किया? –मेघचन्द।
- 1351 ई. में किस कटोच राजा ने फिरोजशाह तुगलक के 6 माह तक नगरकोट किले पर घेरा डालने के बाद समर्पण कर दिया?-राय रूपचंद।
- किस तुगलक शासक ने 1337 में नगरकोट के किले को जीत लिया, लेकिन बाद में उसे खो दिया? –मोहम्मद बिन तुगलका
- किस मुस्लिम दरबारी ने सर्वप्रथम नगरकोट के बारे में वर्णन किया था? –उत्बी।
- 14वीं शताब्दी के अन्त में काँगड़ा पर हमला करने वाला मुस्लिम आक्रमणकारी कौन था –फिरोजशाह तुगलक।
- काँगड़ा का कौन-सा राजा 1360 ईसवीं के आसपास अभियान पर निकला और दिल्ली को लगभग जीत ही लिया –रूपचंद।
- तैमूरलंग ने किस वर्ष काँगड़ा पर आक्रमण कर मंदिरों को तहस-नहस किया –1398-99 ई.।
- वह मुसलमान कवि कौन थे जिन्होंने फिरोजशाह तुगलक के शासनकाल में ज्वालामुखी मंदिर में रखी हुई संस्कृत की पुस्तकों का फारसी में अनुवाद किया था –आजजुद्दीन खालिद खानी।
- फिरोजशाह तुगलक हिमाचल प्रदेश के किस मंदिर से संस्कृत के 1300 ग्रंथ अनुवाद के लिए 1365 ई. में अपने साथ ले गया था –ज्वालामुखी मंदिर।
- कौन-सा शासक काँगड़ा पर कब्जे के उपरांत ज्वालामुखी मंदिर में रखी हुई संस्कृत की पुस्तकों को फारसी में अनुवाद करने के लिए ले गया –फिरोजशाह तुगलक।
- तैमूर ने किसके शासन काल में काँगड़ा पर आक्रमण किया –मेघचन्द।
- 1351 ई. में किस कटोच राजा ने फिरोजशाह तुगलक के 6 माह तक नगरकोट किले पर घेरा डालने के बाद समर्पण कर दिया –राय रूपचंद।
- किस तुगलक शासक ने 1337 में नगरकोट के किले को जीत लिया, लेकिन बाद में उसे खो दिया –मोहम्मद बिन तुगलक।
- किस मुस्लिम दरबारी ने सर्वप्रथम नगरकोट के बारे में वर्णन किया था –उत्बी।
- 1001ई. में महमूद गजनवी के आक्रमण के समय उसका किस हिन्दू शासक से सामना हुआ –जयपाल।
- सन् 1009 में किस आक्रमणकारी ने काँगड़ा पर आक्रमण किया व मंदिरों को तोड़ा –महमूद गजनवी।
- 1001 में राजा जयपाल को हराने वाला अफगान बादशाह कौन था –महमूद गजनवी।
- महमूद गजनवी ने हिमाचल प्रदेश के किस किले पर 1009 A.D. में आक्रमण किया था –नगरकोट (काँगड़ा)।
- 1009 ई. में महमूद गजनवी के आक्रमण के समय नगरकोट का शासक कौन था –जयचंद (जगदीश चंद)।
- गजनी का कौन-सा पहला सुल्तान था जिसने 10वीं सदी के अन्त में हिन्दू शाहिया वंश के अधिकार क्षेत्र में अतिक्रमण करना प्रारंभ किया था –सुबुक्तगीन।
- 2500 ई. में किस हूण शासक ने हिमाचल प्रदेश सहित भारत में जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया था –तोरमाण।
- भारत का एटिला कहलाने वाले मिहिरकुल (हूण) को 520 ई. में किसने पराजित किया था, जिसके बाद वह भागकर कश्मीर का धोखे से राजा बन बैठा –यशोवर्मन ने।
- गुर्जरों का संबंध किससे जोड़ा जाता है –हूणों से।
- ठाकुर शब्द युव-चे-तोखरी कबीले का शब्द है जो मूलतः कहाँ के निवासी थे –अरल सागर के।
- ह्वेनसाँग के अनुसार कुल्लू का घेरा कितने मील का था –75 मील।
- 1805 ई. में गोरखा सेना का नेतृत्व किसने किया जिसने काँगड़ा पर आक्रमण किया था –अमर सिंह थापा
- गोरखों और ब्रिटिश के बीच सुगौली की संधि पर किस वर्ष हस्ताक्षर हुए –1815 ई.
- 1815 ई. की सुगौली की संधि का हिमाचल प्रदेश व उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों पर क्या राजनैतिक प्रभाव पड़ा
- –गोरखों का इस क्षेत्र से प्रभाव खत्म व अंग्रेजों का प्रभाव शुरू।
- किस संधि द्वारा गोरखाओं ने 1815 ई. में पहाड़ी रियासतों पर अपना दावा छोड़ दिया –सुगौली की संधि।
- गोरखों ने अमर सिंह थापा के नेतृत्व में सन् 1805 से सन् 1809 तक क्या किया –महलमोरियो में संसारचंद को हराकर काँगड़ा किले में छिपने के लिए मजबूर किया।
- 1815 के मलौण और रामशहर युद्ध का परिणाम था। –गोरखा पराजय।
- गोरखों ने बुशहर रियासत के हिस्सों पर कब्जा किस अवधि के दौरान किया था –1803-1815 ई.।
- जुब्बल और रांवीगढ़ क्षेत्रों में गोरखाओं के विरुद्ध अभियान का नेतृत्व किसने किया –जेम्स वेली फ्रेजर।
- . महाराजा रणजीत सिंह ने किस वर्ष संसारचंद से काँगड़ा किला प्राप्त किया –1809 ई.
- सन् 1770 में राजा घमण्डचंद को अपने साम्राज्य का विस्तार करने से उसे हराकर किसने रोका था –जस्सा सिंह रामगढ़िया
- राजा संसारचंद की हिमाचल प्रदेश में एक स्वतंत्र हिन्दू राज्य के गठन की महत्वाकांक्षा को किसने ध्वस्त किया
- –महाराजा रणजीत सिंह।
- राजा संसारचंद और रामगढ़िया सरदार जयसिंह के बीच काँगड़ा के किले पर अधिकार को लेकर चल रहे विवाद में किसने मध्यस्थता की थी –महाराजा रणजीत सिंह।
- 12 मिश्लों में विभाजित किस सिख ने हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्से (काँगड़ा) पर 1809 ई. में राज किया-महाराजा रणजीत सिंह (देसा सिंह मजीठिया)
- जयसिंह कन्हैया ने किससे काँगड़ा किला खाली करवाया था –जीवा खान।
- महाराजा रणजीत सिंह ने कुल्लू की यात्रा की। –1808 में।
- 9 मार्च, 1846 को सिक्खों ने अंग्रेजों को युद्ध क्षति के रूप में क्या दिया –कुल्लू, काँगड़ा, लाहौल स्पीति।
- संसारचंद के पुत्र का नाम जिसका युद्ध रणजीत सिंह से हुआ था –अनिरुद्ध।
- सतलुज नदी के दक्षिण के सभी पहाड़ी क्षेत्रों को सिखों ने ब्रिटिशरों को किस संधि के द्वारा सौंपा था
- –लाहौर की संधि (1846 ई.)
- काँगड़ा किला और संधाता जिले को लाहौर (सिखों) को देने वाली ज्वालामुखी संधि महाराजा रणजीत सिंह और संसारचंद के बीच किस विक्रमी संवत को हुई थी -विक्रमी 1866 ई. श्रावण 5 को (1809 ई.)।
- पाँवटा साहिब के गुरुद्वारे से कौन-सा सिख गुरु जुड़ा हुआ है –गुरु गोविंद सिंह।
- गुरु गोविंद सिंह ने दशम ग्रंथ की रचना किस शहर में की थी –पाँवटा साहिब
- बुशहर रियासत के किस राजा को मुगल सम्राट औरंगजेब ने छत्रपति की पदवी से नवाजा था –केहरी सिंह।
- हिमाचल प्रदेश की किस देशी रियासत ने कभी सम्राट अकबर का आधिपत्य स्वीकार नहीं किया, यद्यपि उसकी सेना ने उसके काफी बड़े भाग पर कब्जा कर लिया था –काँगड़ा।
- पहला पर्वतीय सरदार जिसने औरंगजेब की मृत्यु और मुगल साम्राज्य के खण्डित होने के बाद अपने पैतृक अधिकार क्षेत्र काँगड़ा पर अपना आधिपत्य पुनः स्थापित किया था –राजा घमण्डचंद।
- अपने आधिपत्य की स्वीकृति के सूचक के रूप में वार्षिक नज़राना लेने के अलावा अकबर ने पहाड़ी रियासतों द्वारा आज्ञा पालन को सुनिश्चित करने के लिए क्या तरीका अपनाया था –मुगल दरबार में बंधक (खासतौर पर पहाड़ी रियासतों के राजा के पुत्रों या रिश्तेदारों) को रखना।
- राजा घमण्डचंद ने अपने राज्य का विस्तार करना क्यों शुरू किया –औरंगजेब की मृत्यु और मुगलों के पतन के कारण।
- घमण्डचंद की मृत्यु कब हुई –1773 ई. में।
- हुसैन कुली खान जो अकबर का पंजाब का सूबेदार था ने किस कारण नगरकोट के किले से घेरा उठा लिया
- –इब्राहिम हुसैन मिर्जा के विद्रोह के कारण।
- काँगड़ा के अच्छे खासे भाग पर बीरबल (मुगलों का) का कब्जा होने के बावजूद नगरकोट किले पर किसका कब्जा रहा –राजा विधिचंद का।
- मुगल दरबार में कितने पहाड़ी राजकुमारों को मियां का नाम दिया गया था -221
- घमण्डचंद के समय काँगड़ा किले पर किसका अधिकार था –नवाब सैफअली खान।
- जहाँगीर ने किस राजा की मदद से काँगड़ा किले को जीता –जगत सिंह।
- नूरुद्दीन के समय नूरपुर नाम पड़ा क्योंकि। . -नूरुद्दीन शाहजहाँ का नाम, बेगम नूरजहाँ का नाम तथा नूर का मतलब सुंदर स्थान।
- जहाँगीर और नूरजहाँ काँगड़ा कब आए –1622 ई.
- 1883-84 ई. में राजा अमरचंद के समय बिलासपुर की जनता ने राजा के विरुद्ध शरीर के चारों ओर घास बांधकर आग से जलने के अद्भुत आंदोलन का नाम –झुग्गा आंदोलन।
- 1827 ई में स्थापित भारतीय राज्य कमेटी का चेयरमैन कौन था –सर हरकोर्ट बटलर।
- एक राज्य के रूप में गठन में मुख्य भूमिका निभाने वाली वाई.एस. परमार के नेतृत्व वाली हिमालयन हिल स्टेट्स रीजनल काउन्सिल का गठन किस वर्ष हुआ था –1946 ई.।
- हिमाचल प्रदेश का धामी गोली कांड करवाया। –दलीप सिंह राणा (शासक) ने।
- धामी गोली काण्ड कब हुआ –16 जुलाई, 1939 को।
- हिमालयन पहाड़ी राज्य प्रान्तीय परिषद का मुख्यालय स्थित था। –शिमला में।
- हिमालयन पहाड़ी राज्य प्रान्तीय परिषद ने 1948 में “अल्पकालीन सरकार की व्यवस्था की जिसके प्रथम अध्यक्ष थे। –शिवानंद रमौल।
- हिमाचल प्रदेश की किस देसी रियासत में लोगों ने अपने शासक द्वारा द्वितीय विश्व युद्ध में अंग्रेजों की मदद करने के निर्णय के विरुद्ध पझौता आदोलन छेड़ा था –सिरमौर रियासत।
- द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हिमाचल प्रदेश की किस देशी रियासत में किसान सभा का अंग्रेजी सरकार के युद्ध प्रयास का विरोध करने के कारण पुलिस द्वारा निर्दयतापूर्ण दमन किया गया –सिरमौर रियासत।
- 1939-45 के बीच किस राज्य के लोगों ने अंग्रेजों के युद्ध प्रयास का विरोध करते हुए एक स्वतंत्र सरकार की स्थापना (जनता की सरकार) की थी –सिरमौर राज्य (पझौता)
- 1914-15 के बीच मण्डी के मियां जवाहर सिंह को रियासत के शासक ने कारावास की सजा क्यों दी-मण्डी में गदर पार्टी की स्थापना के लिए।
- 15 ई के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में हिमाचल प्रदेश की किस देशी रियासत ने अंग्रेज शासकों का साथ नहीं दिया था
- -रामपुर बुशहर।
- 1857 ई की क्रांति के समय कहलूर का राजा कौन था -हीराचंद।
- हिमाचल प्रदेश में 1857 ई. की क्रांति कहाँ से शुरू हुई –कसौली सैनिक छावनी।.
- कुल्लू के किस देशभक्त नेता ने 1857 में अंग्रेजों के विरुद्ध विद्रोह किया जिसके बाद उसे उसके सलाहकार वीर सिंह सहित फाँसी-प्रताप सिंह।
- कालका के निकट वह कौन-सा पर्वतीय स्थल था जहाँ पर 19वीं शताब्दी के प्रारंभ में अंग्रेज राजनैतिक प्रतिनिधि ने रहना प्रारंभ किया था –सबाथू।
- काँगड़ा, कुल्लू और लाहुल-स्पीति क्षेत्रों को कब अंग्रेज शासकों ने एक जिले के रूप में संगठित किया –1846 ई. में (16 मार्च)
- किस संधि द्वारा ब्रिटिश सरकार ने लाहुल को ब्रिटिश लाहुल और चम्बा लाहुल में बांट दिया था –अमृतसर संधि (16 मार्च, 1846)
- गोरखों एवं ब्रिटिश के बीच संगोली की संधि किस वर्ष हुई –1815 ई. में।
- सन् 1846 में लाहौर की संधि के पश्चात् किस ब्रिटिश गवर्नर जनरल ने काँगड़ा व मण्डी समेत अनेक हिमाचली पर्वतीय रियासतों पर अधिकार कर लिया था –लार्ड डलहौजी।
- जब अंग्रेजों ने सन् 1814 ई. में हिमाचल प्रदेश पर आक्रमण किया तो हिमाचली शासकों ने किसके विरुद्ध युद्ध किया-गोरखों के विरुद्ध (अमर सिंह थापा)
- 1846 में की गई लाहौर संधि के बाद हिमाचल प्रदेश की रियासतों के शासकों की सिक्खों के विरुद्ध उनका समर्थन करने के बदले में अंग्रेजों से क्या अपेक्षा थी –स्वतंत्र अस्तित्व बनाए रखने, अच्छे सुलूक व अपने पुश्तैनी अधिकारों को मान्यता प्रदान करने की अपेक्षा थी।
- किस अंग्रेज सेनापति ने गुल् (गोरखों) को हराकर उन्हें 1815 ई. में सुगौली की संधि करने पर विवश किया-डेविड ओक्टरलोनी।
- गोरखों को भगाकर हिमाचल प्रदेश पहाड़ी रियासतों पर अंग्रेजों की सत्ता स्थापित करने वाला पहला सेनापति। -डेविड ओक्टरलोनी।
- अंग्रेजों द्वारा 1846 ई. तक काँगड़ा, गुलेर, जसवान, दत्तारपुर, नूरपुर, सुकेत, मण्डी, कुल्लू और चम्बा पर कब्जा करने के समय भारत का गवर्नर जनरल कौन था –लार्ड हार्डिंग।
- किस वर्ष महारानी विक्टोरिया ने स्वयं को भारत की साम्राज्ञी घोषित किया –1876 ई. में।
- हिन्दूर (नालागढ़) रियासत की स्थापना 1000 ई. में किसने की –अजयचंद।
- सुकेत रियासत की स्थापना किसने की –वीरसेन (1288 ई. में)
- कटोच राजपूत वंश की स्थापना हिमाचल प्रदेश में किसने की – सुशर्मा चन्द।
- किस तोमर राजपूत ने 1000 ई. के नूरपुर (भूतपूर्व धामिन रियासत) की स्थापना की – झेठपाल
- 1170 ई. में जस्वान रियासत की स्थापना किसने की –पूर्वचन्द चंदेल।
- किस शक्तिशाली राजा ने सर्वप्रथम 680 ई. में चम्बा रियासत की स्थापना की थी -मारुवर्मन।
- गुलेर रियासत के संस्थापक कौन थे –हरिचन्द।
- प्राचीन काल में कीरग्राम किस स्थान को कहा जाता था -बैजनाथ।
- सोनितपुर का नया नाम क्या है –सराहन।
- हिन्डूर राज्य किसका प्राचीन नाम है –नालागढ़।
- कुल्लू रियासत का प्राचीन नाम क्या था –कुल्लूत।
- धमेरी प्राचीन नाम था। –नूरपुर का।
- जुलाई 1939 को किसने धामी रियासती (प्रजा) मंडल की स्थापना की –भागमल सौहटा।
- 3 जुलाई 1939 को किस प्रजा मण्डल के नेता ने धामी की ओर कूच का नेतृत्व किया जिसमें अंतत गोली चली जिससे दो लोग मारे गए-धामी (भागमल सौहटा)
- सिरमौर रियासत प्रजा मण्डल की स्थापना कब हुई -1934 ई.।
- मार्च 8 से 10, 1946 को मण्डी रियासत के मण्डी शहर में जो प्रजा मण्डल सम्मेलन हुआ उसकी अध्यक्षता किसने की थी-स्वामी पूर्णानंद।
- मुल्तान जेल से रिहा होने के बाद किस राष्ट्रवादी नेता ने 1938 में सिरमौर जिले की पच्छाद तहसील में प्रजा मण्डल कमेटी का गठन किया-चौधरी शेरजंग।
- बुशैहर रियासत में मार्च, 1947 के प्रजा मण्डल सत्याग्रह का नेतृत्व किसने किया था-सत्यदेव बुशैहरी।
- निम्नलिखित में से कौन (पं. पदमदेव,ज्ञानचंद टूटू, भास्कर नंद शर्मा,वीरभद्र सिंह) प्रजा मण्डल का नेता नहीं हैं-वीरभद्र सिंह।
- अखिल भारतीय रियासती जनता के किस अधिवेशन से प्रेरित होकर शिमला में पहाड़ी राज्य हिमालय रियासती प्रजा मण्डल की स्थापना की गई –लुधियाना अधिवेशन।
- प्रेम प्रचारिणी सभा का संबंध। –धामी रियासत में।
- मण्डी की गदर पार्टी में सक्रिय सदस्य। –भाई हिरदया राम।
- 1939 को धामी गोली काण्ड हुआ। –हलोग कैनेडी चौक पर।
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस शिमला शाखा बनी –1920 में।
- 1947 में रामपुर का हिमाचल प्रदेश व भारत में विलय का आंदोलन चलाया। –अन्नूलाल ने।
- धामी गोली काण्ड (16 जुलाई, 1939) में कितने लोग शहीद हुए। –दो लोग।
- किस देशी रियासत ने 1947 में आजादी के बाद भारत में विलय के लिए प्रारंभ में मना किया था –बिलासपुर।
- पझौता सम्मेलन कब हुआ था –11 जून, 1942 ई. को सिरमौर के पझौता में।
- महात्मा गाँधी के निर्देश पर नेहरू ने धामी गोलीकांड जाँच के लिए किस अधिकारी को नियुक्त किया -दुनीचन्द।
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