Vedic Kal MCQ Question Answer in Hindi

Vedic Kal MCQ Question Answer in Hindi

Facebook
WhatsApp
Telegram

Vedic Kal MCQ Question Answer in Hindi

Vedic Kal MCQ Question Answer in Hindi:-If you are preparing for any Himachal Pradesh government job paper then this post is very important for you. This post contains Indian History question answers. Check our website daily to see other parts.

Vedic Kal MCQ Question Answer in Hindi

  1. हिन्द (भारत) की जनता के सन्दर्भ में ‘हिन्द’ शब्द का प्रथम बार प्रयोग किया था-
    (a) यूनानियों ने
    (b)रोमवासियों ने
    (c) चीनियों ने
    (d)अरबों ने

    उत्तरः (d) हिन्द्र शब्द का प्रथम बार प्रयोग अरबों ने किया। अरबी लोग ‘स’ के स्थान पर ‘ह’ शब्द का प्रयोग करते थे अत: सिन्धू को उन्होंने हिन्दु कहा। अलबरूनी ने किताब-अल-हिन्द में भारतीयों के लिए हिन्दु शब्द का प्रयोग किया।

    2.निम्नलिखित में कौन-सी वह ब्रह्मवादिनी थी जिसने कुछ वेद मन्त्रों की रचना की थी।
    (a) लोपामुद्रा
    (b) गार्गी 
     (c) लीलावती
    (d) सावित्री

    उत्तरः (a) लोपामुद्रा, घोषा, सिक्ता, विश्ववारा, अपाला और निवावरी आदि | विदुषी स्त्रियों ने वेदमंत्रों (वैदिक ऋचाओं) की रचना की थी। 

    3. प्राचीन भारत के विश्वोत्पत्ति (Cosmogonic) विषयक धारणाओं के अनुसार चार युगों के चक्र का क्रम इस प्रकार है-
    (a) द्वापर, कृत, त्रेता और कलि
     (b) कृत, द्वापर, त्रेता और कलि
     (c) कृत, त्रेता, द्वापर और कलि
     (d) त्रेता, द्वापर, कलि और कृत

    उत्तरः (c) सृष्टि के सम्पूर्ण काल को चार युगों में बाँटा गया है, जिसका क्रम इस प्रकार है-कृत, त्रेता, द्वापर और कलियुग।

     4. देवदासी संस्था के प्रसंग में निम्नलिखित में से कौन-सा मन्दिर समाचारों में चर्चित रहा है?
     (a) जगन्नाथ मन्दिर, पूरी
    (b) पशुपतिनाथ मन्दर, काठमाण्ड्
    (c) कन्दरिया महादेव मन्दरि, खजुराहो
    (d) चौसठ योगिनी मन्दर, भेडाघाट
    उत्तरः (a) पुरी का जगन्नाथ मॅदिर देवदासी संस्था के प्रसंग में चर्चित रहा है।

    5. आरम्भिक वैदिक साहित्य में सर्वाधिक वर्णित नदी है-
    (a) सिन्धु
    (b) शुतुद्री
    (c) सरस्वती
      (d) गंगा
    उत्तरः (a) आरम्भिक वैदिक साहित्य (ऋग्वेद ) में सर्वाधिक वर्णित नदी सिंधु है। दूसरी सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण एवं पवित्र नदी सरस्वती है। गंगा का सिर्फ एक बार एवं यमुना का तीन बार उल्लेख है।

    6.प्राचीन भारतीय समाज के प्रसंग में निम्नलिखित शब्दों में से कौन-सा शब्द शेष तीन के र्ग का नहीं है?
    (a) कुल
    (b) वश
    (d) गोत्र
    (c) कोष
    उत्तरः (c) ‘कोष’ शब्द खजाने के लिये प्रयुक्त किया जाता था और बाकी तीन शब्दो का सबंध परिवार से है। 

     7.’आर्य’ शब्द इंगित करता है-
    (a) नृजाति समूह को
    (b)यायावरी जान ने 
     (c) भाषा समूह को
    (d) श्रेष्ठ वंश को
    उत्तरः (c) ‘आर्य’ शब्द भाषायी समृह का व्यंजक है। आरयों की भाषा संस्कृत थी। संस्कृत भारोपीय भाषा परिवार का हिस्सा है। इन्हें भाषा परिवार इसलिए कहा गया क्योंकि आरंभ में उनमें कई शब्द एक जैसे थे। 1500 ई० पू० के आस-पास जब आर्यों ने भारत में प्रवेश किया तो वे एक ही भाषा का प्रयोग करते थे।

    8. निम्नलिखित चार वेदों में से किस एक में जादुई माया और वशीकरण (Magical charm and spells) का वर्णन है?
    (a) ऋग्वेद
    (b)अथर्ववेद
    (c) यजुर्वेद
    (d) सामवेद 

     उत्तरः (b) अथर्ववेद तन्त्र-मंत्र, जादू आदि से सम्बन्धित ग्रंथ है। इसमें जादू-टोना वशीकरण से सम्बन्धित मंत्र हैं, जिनका प्रयोग बुरी शक्तियों व बीमारियों को दूर करने के लिये किया जाता है।

    9.पूर्व-वैदिक आर्यों का धर्म प्रमुखत: था
    (a) भक्ति
    (b) मूर्तिपूजा और यज्ञ
    (c) प्रकृति पूजा और यज्ञ
     (d) प्रकृति पूजा और भक्ति
    उत्तरः (c) पूर्व वैदिक आ्य प्रकृति पूजा और यज्ञ किया करते थे। ऋरग्वैदिक आर्यों के लिए भक्ति और मृर्तिपूजा का उल्लेख नहीं मिलता है।

    10, ऋरग्वेद-कालीन आयों और सिन्धु घाटी के लोगों की संस्कृति के बीच अंतर के संबंध में, निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/से सही है हैं? 
    1. ऋग्वेद-कालीन आर्य कवच और शिरस्त्रण (हेलमेट) का उपयोग करते थे जबकि सिन्धु घाटी सभ्यता के लोगों में इनके उपयोग का कोई साक्षय नहीं मिलता।
    2.ऋग्वेद-कालीन आरयों को स्वर्ण, चांदी और ताम्र का ज्ञान था जबकि सिन्धु घाटी के लोगों को केवल ताम्र और लोह का ज्ञान था।
    3. ऋग्वेद-कालीन आर्यों ने घोड़े को पालतू बना लिया था जबकि इस बात का कोई साक्ष्य नहीं है कि सिन्धु घाटी के लोग इस पशु को जानते थे।
    नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए:
     (a) केवल1
    (b) केवल 2 और 3
     (c) केवल 1 और 3
    (d)1, 2 और 3
    उत्तरः (c) ऋग्वैदिक काल के लोग (आर्य) कवच और शिरस्त्राण का प्रयोग करते थे, वे युद्धप्रिय थे; किन्तु सिन्धु घाटी सभ्यता के लोग शातिप्रिय थे तथा उनके दुवारा कवच और शिरस्त्रण कोे प्रयोग का कोई साक्ष्य प्राप्त नहीं है। सिन्धु घाटी के लोगों को स्वर्ण, चांदी, ताम्र और कांस्य ज्ञान था, जिसके साक्ष्य प्राप्त होते हैं, किन्तु उन्हें लोहे का ज्ञान नहीं था। सिन्धु घाटी के लोग घोड़े से परिचित थे क्योंकि सिन्धु स्थल लोथल से घोड़े की लघु मृण्मूर्ति तथा सुरकोटदा से घोड़े की अस्थियाँ प्राप्त हुई हैं। अतः कथन 1 और 3 सही हैं।

    11. वैदिक आयों की ही भाँति, यज्ञीय-अग्नि की प्रथा का पालन इनके द्वारा भी किया गया
     (a) यूनानी लोग
    (b) ईरानी लोग
     (c) रोमवासी 
     (d) ये सभी
    उत्तरः (b) यज्ञीय-अग्नि की प्रथा का पालन का साक्ष्य ईरानी ग्रंथ, ‘जेन्द अवेस्ता’ से मिलता है। ईरान के लोग वैदिक आर्यों की भाँति अग्नि की पूजा करते थे। जेन्द अवेस्ता में अनेक भारतीय देवताओं के नाम का भी वर्णन मिलता है। वैदिक आयों में अग्नि का बहुत महत्त् था। ऋरग्वेद में अग्नि को 200 सूक्त समर्पित हैं और वह इस काल का दुसरा सर्वाधिक महत्वृपर्ण देवता है, तीसरा स्थान वरुण का है।

     12. निम्नलिखित वैदिक सहिताओं में से भारतीय संगीत का उद्गम किसमें से खोजा जा सकता है?
    (a) यजुर्वेद 
     (b) अथर्ववेद
    (c) ऋप्वद्
    (d) सामवेद

    उत्तरः (d) सामवेद को भारतीय संगीत का मूल कहा जा सकता है। इसमें मुख्यत: सर्य की स्तति के मन्त्र हैं. जिसका गानेवाला उदगाता कहलाता है। सामवेद के प्रमुख उपनिषद् छान्दोग्य तथा जैमिनीय हैं तथा पंचविश इसका प्रमुख ब्राह्मण ग्रंथ है। सामवेद में ही सात स्वरों सा, रे, गा, मा, .. का उल्लेख मिलता है।

    13. ‘उपनिषदु’ शब्द का शाब्दिक रूप से यह अर्थ होता है
    (a) पास बैठना
    (b) सस्वर पाठ (पठन)
    (c) ज्ञान
    (d) प्रज्ञता 

    उत्तरः (a) उपनिषद् का अर्थ शिष्य द्वारा ज्ञान प्राप्ति हेतु गुरु के समीप बैठना है। उपनिषद दर्शन पर आधारित पुस्तकं हैं। भारतीय दर्शन का मुख्य आधार तथा वैदिक साहित्य का अंतिम वर्ग उपनिषद् हैं। इन्हें वेदांत भी कहा जाता है।

    14. जिस मनीषी (पण्डित) ने दक्षिण भारत का आर्यीकरण किया, वे थे
     (a) अगस्त्य
    (b) विश्वामित्र
    (c) याज़्वलक्य
     (d) वशिष्ठ
    उत्तरः (a) ऋषि अगस्त्य जि्हें अगतियार भी कहा जाता है, को दक्षिण भारत का आर्यीकरण करने का श्रेय दिया जाता है। उन्होंने ही मद्रा में आयोजित प्रथम संगम की अध्यक्षता की थी।

    15. आर्यों ने मनुष्यों के जीवन को चार भागों में विभाजित किया
    (a) कालावधि
    (b) समुदाय
    (c) अनुशासन
    (d) आश्रम 
    उत्तरः (d) ब्रह्मचर्य, गृहस्थ, वानप्रस्थ और संन्यास, ये आर्यों द्वारा वर्णित चार आश्रम हैं, जिसे उन्होंने मानव-जीवन को सौ वर्ष मानते हुए 25-25 वर्ष के चार आश्रमों में विभाजित किया है।

    16. निम्नलिखित में से किस विदुषी ने, वाद-विवाद में अजेय याज्ञवल्क्य को चुनौती दी थी?
    (a) घोषा
    (b) अपाला
    (c) मैत्रेयी 
    (d) गा्गी
    उत्तरः (b) याज्ञवल्क्य- गार्गी संवाद वृहदारण्यक उपनिषद् में उल्लिखित है। इस संवाद से यह सत्यापित होता है कि याज़्वल्क्य को गा्गी द्वारा चुनौती दी गई थी। घोषा एवं अपाला वैदिककालीन विदृषी थीं, जिन्होंने वेद मंत्रों की रचना की थी।

    17. प्रसिद्ध ‘ गायत्री मन्त्र’ कहाँ से लिया गया है?
    (a) यजुर्वेद 
     (b) अथर्वविद
    (c) ऋग्वेद
     (d) सामवेद
    उत्तरः (c) ऋप्वेद के तृतीय मंडल में वर्णित गायत्री मंत्र सविता (सुर्य देवता) को समर्पित है. जिसके रचनाकार विश्वमित्र हैं।

    18. महाभाष्य लिखा था
     (a) गारगी ने
    (b) मनु ने
    (c) बाण ने 
    (d) पतंजलि ने

    उत्तरः (d) पतंजलि शुंग वंश के शासक पुष्यमित्र शुंग से सम्बन्धित था। पतंजलि ने पाणिनि के संस्कृत व्याकरण पर टीका लिखा जिसे महाभाष्य कहा जाता है। 

    19. आरम्भिक वैदिक काल में वर्ण व्यवस्था आधारित थी
    (a) शिक्षा पर
    (b)जन्म पर 
    (c) व्यवसाय
    (d)प्रतिभा पर 
    उत्तरः (b) वर्ण शब्द का सर्वप्रथम उल्लेख ऋग्वेद में मिलता है जो मुख्यत: व्यवसाय -चयन के अर्थ में प्रयुक्त हुआ है। कहीं -कहीं वर्ण शब्द रंग के अर्थ में भी | प्रयोग किया गया है। आयों को गौर वर्ण तथा दासों को कृष्ण वर्ण कहा गया है।

    20. भारतीय प्रतीक पर उत्कीर्ण ‘सत्यमेव जयते’ लिया गया है
    (a) ऋग्वेद से
    (b) मत्स्य प्राण से
    (c)भगवद गीता 
    (d) मुण्डकोपनिषद् से
    उत्तरः (d) ‘सत्यमेव जयते ‘ शब्द मुण्डकोपनिषदु से लिया गया है, जिसका अर्थ है- ‘सत्य की ही विजय होती है।’ यह शब्द भारत के राज चिहन पर भी अकित है।

    21. ऋग्वैदिक आर्य पशुचारी लोग थे, यह इस तथ्य से पुष्ट होता है. Shikha, [09-06-2024 07:12] 21. ऋ्वैदिक आर्य पशुचारी लोग थे, यह इस तथ्य से पुष्ट होता है, कि
    (a) ऋग्वेद में गाय के अनेक सन्दर्भ हैं
     (b) अधिकांश युद्ध गायों के लिए लड़े गए थे 
     (c) पुरोहितों को दिए जाने वाला उपहार प्राय: गायें होती थीं, न कि जमीन
    (d) उपरोक्त सभी

    उत्तरः (d) ऋ्वैदिक सभ्यता कृषि तथा पशुचारण पर आधारित मूलत: ग्रामीण थीं। इस काल के प्रारम्भ में गाय को महत्त्वपूर्ण संपत्ति समझा जाता था तथा इसे अघन्या (न मारे जाने योग्य) माना गया है।

    22.  आर्य, आर्य- पूर्वों के साथ अपने संघर्षों में सफल रहे, क्योंकि
    (a) उन्होंने बड़े पैमाने पर हाथियों का प्रयोग किया
     (b) वे अधिक लम्बे और अधिक बलवान थे
    (c) वे एक उन्नत शहरी संस्कृति से थे
    (d) उन्होंने घोड़ों द्वारा चलाए जा रहे रथों का प्रयोग किया

     उत्तरः (d) आर्यों द्वारा युद्ध उपयोग किया जाने वाला प्रमुख पशु घोड़ा था। उन लोगों ने संघर्ष में घोड़े के रथों का प्रयोग किया जो आर्य- पर्वजों द्वारा संघर्ष के दौरान प्रयोग में लाए गए बैलगाड़ी से काफी उन्नत थे, जिसके परिणामस्वरूप वह संघर्षों में सफल रहे।

    23. उपनिषदों का मुख्य विषय है-
    (a) सामाजिक व्यवस्था
    (b) दर्शन
     (c) विधि 
    (d) राज्य

    उत्तरः (b)उपनिषदों का मुख्य विषय दर्शन है। उपनिषद वैदिक साहित्य का अंतिम उपादान है। उपनिषद् का अभिप्राय है गुरु के सानिध्य में ज्ञान अर्जन ।

    24. निम्नलिखित में से किस एक वैदिक साहित्य में मोक्ष की चर्चा मिलती है?
    (a) ऋग्वेद
     (b) परवर्ती  संहिताएं 
    (c) ब्राह्यण
    (d)उपनिषद

    उत्तरः (d) उपनिषद एक ऐसा वैदिक साहित्य है जिसमें मोक्ष की चर्चा मिलती है। इसमें आत्म तथा अनात्म त्तवों का वर्णन किया गया है। उपनिषदों को वेदांत भी कहा जाता है। उपनिषद में वास्तविक वैदिक दर्शन का सार है।

    25. नचिकेता आख्यान का उल्लेख मिलता है-
     (a) अथर्ववेद में
    (b) शतपथ ब्राह्मण में 
     (c) कठोपनिषद में
     (d) वृहदारण्यक उपनिषद में

    उत्तरः (c) नचिकेता आख्यान का उल्लेख कठोपनिषद में निहित है। इस ग्रथ में यम तथा नचिकेता का संवाद है। कठोपनिषद का संबंध कृष्ण यजुर्वेद से है।

    26. निम्नलिखित में से वैदिक साहित्य का सही क्म कौन-सा है?
     (a) वैदिक संहिताएं, ब्राह्मण, आरण्यक, उपनिषद
    (b) वैदिक संहिताएं, उपनिषद, आरण्यक, ब्राह्यण
    (c) वैदिक संहिताएं, आरण्यक, ब्राह्मण, उपनिषद
    (d) वैदिक संहिताएं, वेदांग, आरण्यक, स्मृतियां

    उत्तरः (a) वैदिक साहित्य का सही क्रम है- वैदिक संहिता, ब्राह्मण, आरण्यक, उपनिषद। 

     27. ऋग्वेद में निम्नांकित किन नदियों का उल्लेख अफगानिस्तान के साथ आयों के संबंध का सूचक है?
    (a) अस्किनी
    (b) परुष्णी
     (c) कुभा क्रमु 
     (d) विपाशा, सुतुद्रि 
     उत्तरः (c) परुष्णी नदी का उल्लेख आअफगानिस्तान के साथ आर्यों के संबंध का सूचक है। ऋग्वेद के अनुसार परुष्णी नदी के तट पर ही राजा सुदास ने दस राजाओं की सम्मिलित सेना को हराया था।

     28. उत्तर वैदिक काल में निम्नलिखित में से किनको आर्य संस्कृति का धुर समझा जाता था?
     (a) अंग, मगध
    (b)कोसल, विदेह
    (c) कुरु, पंचाल
    (d)मत्स्य, शूरसेन
    उत्तरः (a) अथर्ववेद में अंग तथा मगध को दूरस्थ प्रदेश कहा गया है, ये राज्य आर्य संस्कृति से संबंध नहीं रखते थे। इनकी भाषा प्राकृत थी। आर्यों का इनके प्रति व्यवहार तिरस्कार पूर्ण था।

     29. वैदिक युग में प्रचलित लोकप्रिय शासन प्रणाली थी-
    (a) निरंकुश
    (b)प्रजातंत्र
     (c) गणतंत्र 
    (d) वंश परंपरागत राजतंत्र
     उत्तरः (d) वैदिक युग में वंश परंपरागत राजतंत्र शासन प्रणाली प्रचलित थी। कहीं-कहीं जनता द्वारा चुनाव के उदाहरण भी मिलते हैं।

     30. गायत्री मंत्र के नाम से प्रसिद्ध मंत्र सर्वप्रथम किस ग्रंथ में मिलता है?
    (a) भगवदगीता
    (b) अथर्ववेद
    (c) ऋप्वेद
    (d) मनुस्मृति
    उत्तरः (c) गायत्री मंत्र के नाम से प्रसिद्ध मंत्र सर्वप्रथम ऋग्वेद में मिलता है। यह मंत्र ऋग्वेद के तृतीय मंडल में उल्लेखित है। इसकी रचना विश्वामित्र ने की थी।

    31. हिंदू पौराणिक कथा के अनुसार समुद्र मंथन हेतु किस सर्प ने रस्सी के रूप में स्वयं को प्रस्तुत किया?
    (a) कालिया
    (b) वासुकी
    (c) पुष्कर
     (d) शेषनाग 
     उत्तरः (b) हिंदू पौराणिक कथा के अनुसार समुद्र मंथन हेतु वासुकी नामक सर्ष ने रस्सी के रूप में स्वयं को प्रस्तुत किया था तथा मंदाचल नामक पर्वत को मथानी के रूप में प्रयोग किया गया था।

    32. वैदिक कर्म काण्ड में ‘होता’ का संबंध है।
     (a) ऋग्वेद से
     (b) यजुर्वेद से
    (c) सामवेद से 
     (d) अथर्वविद से
    उत्तरः (a) वैदिक कर्मकाण्ड में ‘होता’ का संबंध ऋग्वेद से है। ऋरग्वेद के पुरोहित को ” होता’ कहा जाता था। पतंजलि के अनुसार ऋ्ग्वेद की 21 शाखाएं

    33. जीविकोपार्जन हेतु ‘वेद-वेदांग’ पढ़ाने वाला अध्यापक कहलाता था
    (a) आचार्य
    (b) अध्वर्यु
    (c)उपाध्यया 
    (d) पुरोहित
    उत्तरः (c) जीविकोपार्जन हेतु वेद-वेदांग पढ़ाने वाला अध्यापक उपाध्याय कहलाता था। आचार्य गुरूकूल की स्थापना करता था तथा नि:शुल्क शिक्षा प्रदान करता था। वैदिक यज्ञ के अवसर पर वैदिक मंत्रों का उच्चारण करने वाला अध्वर्यु कहलाता था।

    34. निम्न कथनों पर विचार कीजिए:
    1. ऋ्र्वेद सभी वेदों से महत्वपूर्ण और रुचिकर है, क्योंकि इसमें निम्नवर्ग के लोगों की लोकप्रिय मान्यताओं का वर्णन है।
    2. आरंभ से ही अथर्ववेद को वेदों की सूची में रखा जाता रहा है। 
     उपर्युक्त में कौन-सा/ से कथन सही है हैं?
    (a) केवल 1
    (b) केवल 2
    (c) । और 2
    (d) न तो 1 न ही 2
    उत्तरः (d) अथर्ववेद में निम्न वर्ग के लोगों की लोकप्रिय मान्यताओं और रूढ़ियों का वर्णन है। आरंभ में इसे वेदों की श्रेणी में शामिल नहीं किया गया था। शतपथ ब्रह्ण में ‘त्रयी विद्या’ शब्द अर्थात् ऋग्वेद, सामवेद, यजुर्वेद का उल्लेख मिलता है।
  2. पूर्व वैदिक और उत्तर वैदिक काल के संबंध में, निम्नलिखित कथनों में से कौन सा/ से सही है/ हैं?
    1. पूर्व वैदिक काल में संयुक्त परिवार का विकास हुआ, जबकि उत्तर वैदिक काल में एकाकी परिवारों का अधिक विकास हुआ।
    2.पूर्ववैदिक और उत्तर वैदिक काल में विवाह प्राय: अपने ही वर्ण में होते थे।
    3.उत्तर वैदिक काल में, पूर्व वैदिक काल में होने वाले वस्तु विनियम के स्थान पर मुद्राओं (सिक्कों) का प्रचलन हुआ।
    नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए:
    (a) केवल 1
    (b)केवल 2 और 3
     (c) 1 और 3 
    (d) 1, 2 और 3
     उत्तरः (c) पर्व वैदिक काल में विवाह प्रायः अपने ही वर्ण में होते थे, किन्तु अन्तर्जातीय विवाह भी हो जाते थे। उत्तर वैदिक काल में अन्तर्जातीय विवाहों को घृणा की दृष्टि से देखा जाने लगा।

    36. निम्नलिखित में से किसमें उल्लेखित है कि वह व्यक्ति, जिसकी पत्नी मर गई हो (विधुर) पुन्र्विवाह कर सकता है, लेकिन जिस स्त्री का पति मर गया हो (विधवा) को पुनर्विवाह की अनुमति नहीं है।
     (a) जातक
    (b) मनुस्मृति
     (c) याज्ञवल्क्य 
     (d) रमैनी
    उत्तरः (b) मनुस्मृति के 38वें खण्ड में स्प्ट उल्लेख है कि वह व्यक्ति, जिसकी पत्नी मर गई हो पुनर्विवाह कर सकता है, लेकिन विधवा को पुनर्विवाह की अनुमति नहीं है।

     37. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए : हिन्दू कानून के अनुसार, विवाह परिभाषित है
     1. एक अनुबन्ध के रूप में
    2. एक संस्कार के रूप में
    3. आपसी समझ के रूप में
    4. अविच्छेद्य के रूप में
    उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा से सही है, हैं?
     (a) केवल 1
    (b)केवल 2
    (c) 1 और 3
    (d)2 और 4 

 उत्तरः (b) हिंदू कानून के अनुसार विवाह एक संस्कार के रूप में परिभाषित है।

38. संस्कृतीकरण की विशेषताओं के बारे में निम्नलिखित में से कौन-सा/ से कथन सही है हैं?
1. यह उस प्रक्रिया को निर्दिष्ट करता है, जिसके द्वारा किसी जाति के सदस्य, उच्चतर प्रस्थिति की जाति के कर्मकाण्डों, घरेलू और सामाजिक प्रथाओं को अपनाकर अपनी स्वयं की सामाजिक प्रस्थिति को ऊँचा उठाने का प्रयास करते हैं।
2.वे प्रथाएँ जो सामान्यत: प्रतिस्पर्धा के लिए चुनी जाती थीं, वे थीं- शाकाहार अपनाना, यज्ञोपवीत धारण करना, विशेष प्रार्थनाएँ, थार्मिक अनुष्ठान आदि, आदि। नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए :
कूट :
 (a) केवल 1
 (b) केवल 2
 (c) 1 और 2 दोनों
 (d) न तो 1 और न ही 2
उत्तरः (c) संस्कृतीकरण उस प्रक्रिया को निर्दिष्ट करता है जिसके द्वारा किसी  जाति के सदस्य उच्चतर प्रस्तुति के जाति के कर्मकांड आदि को अपना कर स्वयं की सामाजिक परिस्थिति को ऊंचा उठाने का प्रयास करते हैं। इसके अंतर्गत वे प्रथाएं जो सामान्यत: प्रतिस्पर्धा के लिए चुनी जाती थीं जैसे शाकाहार, यज्ञोपवीत धारण करना, विशेष प्राथ्थनाएं तथा धर्मिक अनुष्ठान आदि शामिल हैं।

39. निर्देश  : अगले प्रश्न में दो कथन, कथन 1 और कथन II हैं। आपको इन दो कथनों की सावधानी से परीक्षा करनी है और इन प्रश्नांशों के उत्तर नीचे दिए कूट का प्रयोग कर चुनने हैं :
 कूट :
(a) दोनों कथन व्यष्टित: सत्य हैं और कथन II कथन 1 की सही व्याख्या है।
(b) दोनों कथन व्यष्टित: सत्य हैं किन्तु कथन I कथन 1 की सही व्याख्या नहीं है।
 (c) कथन I सत्य है किन्तु कथन II असत्य है।
(d) कथन असत्य है किन्तु कथन I सत्य है।
कथन 1: कलि युग वर्णसंकर, अर्थात् वर्णों या सामाजिक व्यवस्थाओं के सम्मिश्रण की विशेषता-युक्त गहन सामाजिक संकट की विद्यमानता को प्रदर्शित करता है।
 कथन II: वैश्यों और शुद्रों (कृषकों, शिल्पकारों तथा श्रमिकों) ने या तो उत्पादक कार्यों को करने से अथवा कर देने से अथवा आर्थिक उत्पादन हेतु आवश्यक श्रमपूर्ति करने से इन्कार कर दिया, जिसके परिणामस्वरूप हिन्दू सामाजिक व्यवस्था कमजोर हुई और सामाजिक तनाव निर्मित हुआ।

उत्तरः (d) प्रथम कथन सत्य नहीं है, जबकि द्वितीय कथन सत्य है। कलियुग में वैश्य और शुद्र ने या तो उत्पादक कार्यों को करने से अथवा कर देने से अथवा आर्थिक उत्पादन हेतु आवश्यक श्रम पूर्ति करने से इंकार कर दिया जिसके परिणामस्वरूप हिंदू सामाजिक व्यवस्था कमजोर हुई और सामाजिक तनाव निर्मित हुआ।

 40. निम्नलिखित में से कौन सी एक, ऋग्वेदिक आयों की लाक्षणिक विशेषता नहीं है?
(a) वे अश्वों, रथों और कांस्य के उपयोग से परिचित थे
(b) वे लौह के उपयोग से परिचित थे
 (c) वे गौ से परिचित थे, जो संपत्ति का सर्वाधिक महत्वपर्ण रूप थी
(d) वे ताम्र और आधुनिक हल फाल के उपयोग से परिचित थे
उत्तर: (b) ऋग्वैदिक आर्य गाय को पालते थे तथा वे पश्ुपालक थे। वे कृषि उपकरणों से परिचित नहीं थे।

41. ऋग्वेद के सम्बन्ध में निम्नलिखत कथनों में से कौन-सा एक सहीं नहीं है?
(a) देवों की पूजा, प्रार्थना एवं यज्ञीय कर्मकाण्डों द्वारा की जाती थी
(b) देवताओं को शक्तिशाली निरूपित किया गया है, जिन्हें यज्ञ अनुष्ठानों के माध्यम से, मनुष्यों के संसार में हस्तक्षेप हेतु प्रेरित किया जा सकता है।
 (c) ऐसा माना जाता था कि जो अर्पण अग्न द्वारा उपभुक्त होता है वह देवताओं द्वारा ग्रहण किया जाता है।
(d) यज्ञ मन्दिरों में सम्पन्न किए जाते थे
उत्तरः (d)ऋगवैदिक काल में देवों की पूजा प्रार्थना एवं यज्ञीय कर्मकांडों द्वारा की जाती थी। देवताओं को सर्वशक्तिमान निरूपित किया जाता था, जिन्हें यज्ञ आहुतियों के माध्यम से खुश करने का प्रयास किया जाता था और मनुष्यों के जीवन में हस्तक्षेप करने हेतु प्रेरित किया जाता था। ऐसा माना जाता था कि जो अर्पण अग्नि द्वारा अर्पित किया जाता है वह देवताओं द्वारा ग्रहण किया जाता है। इस प्रकार पहले के तीन कथन सही हैं। परन्तु ऋग्वैदिक काल में यज्ञ मंदिरों में संपन्न नहीं किये जाते थे और यज्ञ की तुलना में प्रार्थना अधिक प्रचलित थी। अतः चौथा कथन असत्य है।

 42. निम्नलिखित में से कौन -सा/से लक्षण ऋरग्वेद के अनुसार धर्म के स्वरूप को वर्णित करता/करते है हैं ?
1. ऋग्वेद के धर्म को प्रकृतिवादी बहुदेववाद कहा जा सकता है।
2. ऋग्वेद के धर्म और ईरानी अवेस्ता के विचारों में आश्चर्यजनक समानताएँ हैं।
3. वैदिक यज्ञ, पुरोहित के, जिसे यजमान कहा जाता था, घर में किए जाते थे।
4. वैदिक यज्ञ दो प्रकार के थे – वे जो गृहस्थ द्वारा किए जाते थे और वे जिनके लिए कर्मकांड के विशेषज्ञों की आवश्यकता होती थी।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए :
(a) केवल 3
(b)केवल 1 और 2
 (c) 1, 2, 3 और 4
(d) केवल 1, 2 और 4
उत्तरः (d) ऋग्वेद के सूक्त विविध देवताओं की स्तुति करने वाले मंत्र है जो ऋग्वेद के धर्म को प्रकृतिवादी बहुदेववाद की ओर इंगित करता है। ईरानी अवेस्ता के विचारों तथा ऋग्वेद में समानताएं हैं। ऋग्वेदिक काल में वैदिक यज्ञ दो प्रकार के थे ।
 (i) वे जो गृहस्य द्वारा किए जाते थे और
(ii) वे जिनके लिए कर्मकांड के विशेषज्ञों की आवश्यकता होती थी।

43. राक्षस प्रकार का विवाह है
(a) खरीदकर किया गया विवाह
(b) बंदी बनाकर किया गया विवाह
 (c) दहेज देकर किया गया विवाह
(d) प्रलोभन देकर किया गया विवाह
उत्तरः (b)

44. निर्देश : निम्नलिखित प्रश्नांश में दो कथन हैं, कथन 1 और कथन I. इन दोनों कथनों का सावधानीपूर्वक परीक्षण कीजिए और नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।
कूट : (a) दोनों कथन अलग-अलग सही हैं और कथन II. कथन । का सही स्पप्टीकरण है।
(b) दोनों कथन अलग-अलग सही हैं, किन्तु कथन II, कथन 1 का सही स्पष्टीकरण नहीं है।
 (c) कथन I सही है, किन्तु कथन I गलत है
(d) कथन I सही है, किन्तु कथन II सही है

कथन I: आरंभिक आर्यं, जो अनिवार्यत: पश्चारी थे, ने ऐसी कोई राजनीतिक संरंचना विकसित नहीं की थी जिसे प्राचीन अथवा आधुनिक अर्थ में राज्य के रूप में मापा जा सके।
कथन II : राजतंत्र वैसा ही था जैसा कि जनजाति मुख्यातंत्र: जनजाति मुखिया के लिए ‘राजन’ शब्द का प्रयोग होता था, जो मुख्यत: एक सेनापति था और जो अपने लोगों पर शासन करता था, किसी विशेष क्षेत्र पर नहीं।
उत्तरः (a) आरंभिक आर्य मुख्य रूप से पशुचारी थे। उनकी राजनीतिक व्यवस्था सरल तथा कबीलाई संरंचना पर आधारित थी। इस काल में राज्य निर्माण के महत्वपूर्ण घटक अनुपस्थित थे। यह एक जनजातीय सैन्य लोकतंत्र था। इस संगठन के मखिया का ‘राजन’ कहा जाता था।

 45. ऋग्वेद के 10वें मंडल में, निम्नलिखित में से कौन-सा स्तोत्र विवाह-समारोहों पर प्रकाश डालता है ?
(a) सूर्य सूक्त
(b) पुरुष सूक्त
(c) दान स्तुति 
(d) उर्ण सूत्र

उत्तरः (b) पुरुषसूक्त ऋग्वेद संहिता के दसवें मंडल का एक प्रमुख सूक्तयानि मंत्र संग्रह है। इसमें एक विराट पुरुष की चर्चा की गई है। तथा इसके अंगों की | विस्तृत व्याख्या की गई हे। इसको वैदिक ईश्वर का स्वरूप मानते है।

 

More Pages:-

HP GKPrevious PaperHP GK ONE LINERHP CURRENT AFFAIRS
HP DISTRICT WISE GKHP Govt JobsAll India JobsHP GK One liner

हेलो दोस्तों ,आपका हमारी वेबसाइट Himexam.com पर स्वागत है। जैसा की आपको पता है हमारी वेबसाइट Himexam.com  आपको समय-समय पर सभी HP Govt Jobs & All India Govt Jobs की Notifications प्रदान करवाती है। साथ ही साथ Himachal Pradesh Exam Previous Paper और Himachal Pradesh GK ,Himachal Pradesh & National +International Current Affairs  के सभी नोट्स मुफ्त उपलब्ध करवाते है। हमारी वेबसाइट के अलग अलग प्लेटफार्म पर pages & Group बने है जैसे की facebook ,Telegram और Instagram .. अगर आप हिमाचल के किसी भी पेपर की तैयारी कर रहे हो तो जल्दी से इन groups के साथ जुड़ जाएं इनके लिंक नीचे table में दिए गए है। 

Join Us:-

Like Our Facebook PageClick here
Join Us oN TelegramClick here
Join Us On InstagramClick Here

1000 HP GK MCQ QUESTION
Sorry this site disable right click
Sorry this site disable selection
Sorry this site is not allow cut.
Sorry this site is not allow copy.
Sorry this site is not allow paste.
Sorry this site is not allow to inspect element.
Sorry this site is not allow to view source.
error: Content is protected !!