पुलिस भर्ती धांधली में बड़े अफसरों पर गिरेगी गाज
इसमें कम ऊंचाई सामने आई है। बड़ी बात यह है कि पुलिस प्रशिक्षण संस्थान से अपात्र घोषित कर घर वापस भेजी गई प्रशिक्षु महिला कांस्टेबल अब न्यायालय का दरवाजा खटखटाने जा रही है। सरकार से अगर रिजेक्ट महिला प्रशिक्षु कांस्टेबल को एकमुश्त छूट मिलती है तो जो हजारों अभ्यर्थी भर्ती परीक्षा के पहले ही दिन निर्धारित शारीरिक मापदंड पूरा नहीं कर पाए तो उनके बारे में भी कोई फैसला होगा? मामले में दोषी पाए जाने वाले पुलिस अधिकारियों पर क्या कार्रवाई होती है, यह भी देखना दिलचस्प रहेगा।
10 माह तक चली थी पुलिस भर्ती प्रक्रिया
हमीरपुर में पुलिस कांस्टेबल के कुल 88 पदों पर भर्ती के लिए 30 मार्च से 30 अप्रैल 2019 तक ऑनलाइन आवेदन मांगे गए थे। 16 से 19 जुलाई के बीच शारीरिक दक्षता परीक्षा हुई। इसमें उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के लिए सितंबर में लिखित परीक्षा हुई। पालमपुर में नकल का मामला सामने आने पर परीक्षा रद्द करनी पड़ी। दूसरी बार लिखित परीक्षा की मेरिट में रहे अभ्यर्थियों के अक्तूबर साक्षात्कार हुए।
अभ्यर्थियों का 21 दिसंबर 2019 को पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय डरोह कांगड़ा में प्रशिक्षण शुरू हुआ। पुरुष कांस्टेबल के लिए ऊंचाई 5 फुट 6 इंच और महिला कांस्टेबल के लिए 5 फुट 2 इंच अनिवार्य है, लेकिन हमीरपुर से चयनित प्रशिक्षु महिला कांस्टेबल की ऊंचाई निर्धारित 5 फुट 2 इंच से कुछ सेंटीमीटर कम है। पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय डरोह में मामले का खुलासा होने से महकमे में हड़कंप मच गया है। दस माह की भर्ती प्रक्रिया पूरी होने के बाद ट्रेनिंग सेंटर पहुंची महिला प्रशिक्षु कांस्टेबल को बाहर करने से अब एक पद खाली हो गया है।
मैं अभी कुछ दिन के लिए प्रदेश से बाहर हूं। हां पुलिस प्रशिक्षण संस्थान से ट्रेनिंग के लिए चयनित एक प्रशिक्षु महिला कांस्टेबल की ऊंचाई कम निकली है। मामले की जांच चल रही है। जांच को बोर्ड गठित किया गया है। इसके बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी। – एन वेणुगोपाल, आईजी पुलिस सेंट्रल रेंज मंडी