स्कूलों में 17 हजार टीजीटी का होगा युक्तिकरण, प्रक्रिया शुरू
प्रदेश के सरकारी स्कूलों में अब विद्यार्थियों की संख्या के अनुसार टीजीटी की नियुक्तियां की जाएंगी। प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने 17 हजार टीजीटी के युक्तिकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
सरप्लस शिक्षकों को दूसरे स्कूलों में स्थानांतरित किया जाएगा। प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने सभी जिला अधिकारियों से इस बाबत ब्योरा मांगा है। निदेशक रोहित जमवाल ने बताया कि स्कूलों में कई साल पुरानी विद्यार्थियों की संख्या के मुताबिक स्टाफ दिया गया है। अब संख्या में बदलाव आ गया है।
इसके चलते युक्तिकरण करने का फैसला लिया गया है। आगामी शैक्षणिक सत्र से विद्यार्थियों की संख्या के हिसाब से ही शिक्षकों की नियुक्ति होगी। ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर (टीजीटी) छठी से दसवीं कक्षा को पढ़ाते हैं। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में इनका कैडर करीब 17 हजार है। प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय के अधिकारियों के अनुसार मुख्य शहरों सहित जिला मुख्यालय, उपमंडल मुख्यालय और तहसील मुख्यालय से सटे स्कूलों में अधिक टीजीटी नियुक्त हैं। कई स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या कम है जबकि शिक्षक मांग से अधिक हैं। दूसरी ओर दूरदराज, दुर्गम और जनजातीय क्षेत्रों में इन शिक्षकों की कमी के चलते स्कूलों में पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
ऐसे में निदेशालय ने नए सिरे से सभी स्कूलों से विद्यार्थियों की संख्या और वहां नियुक्त शिक्षकों की संख्या का ब्योरा तलब किया है। रिकॉर्ड एकत्र होते ही इनका युक्तिकरण शुरू हो जाएगा।